
डॉलर के मुकाबले रुपया 33 पैसे मजबूत, 86.65 पर बंद
गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के कमजोर पड़ने से रुपया 33 पैसे की मजबूती के साथ 86.65 (अस्थायी) पर बंद हुआ। विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर की बिकवाली और निवेशकों की रणनीतिक पोजिशनिंग से रुपये को सहारा मिला।
रुपये की आज की चाल
इंटरबैंक फॉरेक्स मार्केट में रुपया 86.88 पर खुला और कारोबार के दौरान 86.58 के उच्चतम और 86.88 के निचले स्तर तक पहुंचा। अंत में यह पिछले बंद स्तर से 33 पैसे की मजबूती के साथ 86.65 पर बंद हुआ। मंगलवार को रुपया 10 पैसे गिरकर 86.98 पर बंद हुआ था। वहीं, बुधवार को छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती के चलते फॉरेक्स मार्केट बंद रहा।
रुपये में मजबूती क्यों आई?
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिसर्च एनालिस्ट दिलीप परमार के मुताबिक, “पिछले पांच दिनों से सीमित दायरे में रहने के बाद रुपये ने मजबूती पकड़ी। विदेशी बैंकों द्वारा डॉलर की बिकवाली और बाजार में लंबी अवधि की पोजिशन को घटाने की वजह से रुपये को सपोर्ट मिला।” रुपये के लिए बाजार की स्थिति धीरे-धीरे बेहतर हो रही है क्योंकि अमेरिकी डॉलर अन्य प्रमुख वैश्विक मुद्राओं के मुकाबले कमजोर हो रहा है।
आगे क्या रहेगा ट्रेंड?
शॉर्ट टर्म में USD/INR का सपोर्ट 86.30-86.20 के बीच है, जबकि 87.40 का स्तर रुपये के लिए एक अहम रेजिस्टेंस बना हुआ है।
अन्य बाज़ारों का हाल
- अमेरिकी डॉलर इंडेक्स, जो छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत को मापता है, 0.21% गिरकर 106.95 पर आ गया।
- वैश्विक तेल बाजार में ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स 0.04% की हल्की बढ़त के साथ 76.07 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा।
भारतीय अर्थव्यवस्था पर असर
फॉरेक्स ट्रेडर्स का कहना है कि इस साल की दूसरी छमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत प्रदर्शन कर सकती है, लेकिन वैश्विक अस्थिरता रुपये के लिए चुनौती बनी हुई है। आरबीआई की फरवरी बुलेटिन में प्रकाशित ‘स्टेट ऑफ इकोनॉमी’ रिपोर्ट के अनुसार, वाहन बिक्री, हवाई यातायात, स्टील की खपत और जीएसटी ई-वे बिल जैसे उच्च आवृत्ति संकेतक (High-Frequency Indicators) अर्थव्य