ग्वालियर के इस अस्पताल में चल रहा था अवैध गर्भपात का खेल, छापे में खुली पूरी पोल

मुरार अस्पताल में देर रात छापा: गर्भपात का अवैध कारोबार आया सामने
ग्वालियर के मुरार में सांवरिया सेठ मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में देर रात स्वास्थ्य विभाग के छापे ने सबको चौंका दिया। सीएमएचओ डॉ. सचिन श्रीवास्तव को मिली गुप्त सूचना के बाद यह कार्रवाई की गई। सूचना थी कि अस्पताल में रात को अवैध गर्भपात किए जा रहे हैं।
रात के अंधेरे में संदिग्ध गतिविधियाँ
छापे के दौरान अस्पताल में कई मरीज़ मिले, जिनमें एक गर्भवती महिला भी थी। हालांकि, महिला ने गर्भपात से इनकार किया, लेकिन अस्पताल के रिकॉर्ड और स्टोर में गर्भपात की दवाएँ मिलीं। इससे साफ हो गया कि अस्पताल में कुछ गड़बड़ ज़रूर चल रही थी। यह मामला स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाता है।
बिना अनुमति इलाज और प्रशिक्षु नर्सें
और भी चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि अस्पताल में नियमित नर्सिंग स्टाफ के बजाय प्राइवेट नर्सिंग कॉलेज की छात्राएँ मरीज़ों का इलाज कर रही थीं। ये छात्राएँ अभी प्रशिक्षण में हैं और उनको मरीज़ों का इलाज करने का अनुभव नहीं है। यह लापरवाही बेहद चिंताजनक है और इसी वजह से अस्पताल का ऑपरेशन थिएटर सील कर दिया गया।
जांच और आगे की कार्रवाई
सीएमएचओ ने इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम बनाई है। टीम अस्पताल की गतिविधियों की गहन जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट देगी। इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी। इस मामले ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुरक्षा को लेकर चिंताएँ बढ़ा दी हैं।
कानून और संभावित सजा
भारत में मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी (MTP) एक्ट के तहत गर्भपात के लिए कुछ शर्तें और लाइसेंस ज़रूरी हैं। बिना अनुमति गर्भपात गैरकानूनी है और दोषी पाए जाने पर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
आगे क्या?
अभी अस्पताल सील है और जांच जारी है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग इस तरह की लापरवाही को गंभीरता से ले रहा है और भविष्य में और भी अस्पतालों में औचक निरीक्षण हो सकते हैं।