मस्क और ऑल्टमैन की प्रतिद्वंद्विता में ट्रंप के स्टारगेट प्रोजेक्ट ने डाला नया अध्याय

एलन मस्क: एलन मस्क और ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सराहे गए “स्टारगेट” आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) प्रोजेक्ट को लेकर मतभेद बढ़ गए हैं। यह विवाद ओपनएआई के बोर्ड में शुरू हुआ था और अब मस्क की नए राष्ट्रपति के साथ प्रभावशाली भूमिका को भी चुनौती दे रहा है। मंगलवार को ट्रंप ने घोषणा की कि ओपनएआई, जो ChatGPT का निर्माता है, ने Oracle और SoftBank के साथ मिलकर एक नई साझेदारी बनाई है, जो 500 बिलियन डॉलर तक का निवेश करेगी। स्टारगेट नाम की इस नई संस्था ने पहले ही डेटा सेंटर्स और AI टेक्नोलॉजी के विकास के लिए बिजली उत्पादन शुरू कर दिया है। ट्रंप ने इसे अपने प्रशासन के तहत अमेरिका की क्षमता पर “मजबूत विश्वास का प्रतीक” बताया, जिसमें शुरुआती निजी निवेश 100 बिलियन डॉलर है, जो पांच गुना तक बढ़ सकता है।
लेकिन मस्क, जो ट्रंप के करीबी सलाहकार हैं और उनके अभियान के प्रमुख वित्तपोषकों में से एक हैं, ने इस निवेश पर सवाल उठाए। मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “उनके पास वास्तव में यह पैसा नहीं है। SoftBank के पास 10 बिलियन डॉलर से भी कम की फंडिंग है। यह मैं पक्के तौर पर जानता हूं।” बुधवार को ऑल्टमैन ने मस्क को जवाब देते हुए कहा कि वह “गलत” हैं और उन्हें टेक्सास में पहले से बन रहे प्रोजेक्ट साइट का दौरा करने का निमंत्रण दिया। ऑल्टमैन ने लिखा, “यह देश के लिए शानदार है। मुझे पता है कि जो देश के लिए अच्छा है, वह हमेशा आपकी कंपनियों के लिए अनुकूल नहीं हो सकता, लेकिन आपकी नई भूमिका में मुझे उम्मीद है कि आप अमेरिका को प्राथमिकता देंगे।”
विवाद की जड़
स्टारगेट पर यह सार्वजनिक टकराव मस्क और ऑल्टमैन के बीच सालों पुराने विवाद का हिस्सा है, जो ओपनएआई के संचालन को लेकर शुरू हुआ था। मस्क, जो ओपनएआई के शुरुआती निवेशक और बोर्ड सदस्य थे, ने पिछले साल कंपनी पर मुकदमा दायर किया था, जिसमें आरोप लगाया गया कि कंपनी ने एक गैर-लाभकारी शोध प्रयोगशाला के रूप में अपनी स्थापना के उद्देश्यों को धोखा दिया है और अब मुनाफे का पीछा कर रही है। मस्क ने इस विवाद को और बढ़ाते हुए नई शिकायतें जोड़ी हैं और अदालत से मांग की है कि ओपनएआई को खुद को एक पूर्ण लाभकारी कंपनी में बदलने से रोका जाए। यह मामला फरवरी की शुरुआत में कैलिफोर्निया की संघीय अदालत में सुना जाएगा। दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति मस्क, जिनकी कंपनियों में Tesla, SpaceX और X शामिल हैं, ने पिछले साल अपनी खुद की प्रतिद्वंद्वी AI कंपनी xAI शुरू की थी, जो टेनेसी के मेम्फिस में अपना बड़ा डेटा सेंटर बना रही है। मस्क का कहना है कि ओपनएआई और इसके करीबी भागीदार माइक्रोसॉफ्ट से उनकी कंपनी को अनुचित प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि माइक्रोसॉफ्ट ने ChatGPT जैसी AI प्रणालियों के निर्माण के लिए बड़े कंप्यूटिंग संसाधन उपलब्ध कराए हैं।
स्टारगेट की शुरुआत कब हुई?
मार्च 2024 में टेक न्यूज वेबसाइट “द इंफॉर्मेशन” ने ओपनएआई के डेटा सेंटर प्रोजेक्ट “स्टारगेट” की जानकारी दी थी, जिससे पता चलता है कि यह प्रोजेक्ट ट्रंप की घोषणा से पहले से ही चल रहा था। एक अन्य कंपनी, Crusoe Energy Systems, ने पिछले साल जुलाई में घोषणा की थी कि वह टेक्सास के अबिलीन के पास एक बड़ा और “विशेष रूप से डिजाइन किया गया AI डेटा सेंटर” बना रही है। Crusoe और Lancium ने एक संयुक्त बयान में कहा था कि यह प्रोजेक्ट “मल्टीबिलियन-डॉलर निवेश” से समर्थित है, लेकिन इसके निवेशकों का खुलासा नहीं किया। यह परियोजना नजदीकी सोलर फार्म जैसे नवीकरणीय स्रोतों से बिजली का उपयोग करेगी। Oracle के सह-संस्थापक लैरी एलिसन ने मंगलवार को कहा कि अबिलीन प्रोजेक्ट 10 डेटा सेंटर भवनों में से पहला है और यह संख्या बढ़कर 20 तक जा सकती है।
माइक्रोसॉफ्ट की भूमिका
ट्रंप की प्रेस कॉन्फ्रेंस में माइक्रोसॉफ्ट अनुपस्थित था, जबकि यह लंबे समय से ओपनएआई का समर्थन करता आ रहा है। माइक्रोसॉफ्ट ने इस सप्ताह कहा कि वह स्टारगेट प्रोजेक्ट में भी निवेश कर रहा है, लेकिन इसका ध्यान ओपनएआई को अतिरिक्त क्षमता बनाने में मदद करने पर होगा। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में CNBC के साथ एक साक्षात्कार के दौरान माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने मस्क की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देने से बचते हुए अपने 80 बिलियन डॉलर के वैश्विक AI इन्फ्रास्ट्रक्चर निवेश की योजना का जिक्र किया, जिसमें से 50 बिलियन डॉलर अमेरिका में खर्च किए जा रहे हैं। नडेला ने हंसते हुए कहा, “देखिए, इतना तो तय है कि मेरे 80 बिलियन डॉलर पक्के हैं।”