हमारी सरकार गरीब परिवारों के बच्चों को पढ़ाई की श्रेष्ठतम सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ…..
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं मध्यप्रदेश में सरकार नहीं परिवार चलाता हूँ। हमारा सपना था कि प्रदेश के गरीब, निम्न मध्यम वर्गीय और मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चों को भी देश-दुनिया के बेहतर स्कूलों जैसे स्कूल उपलब्ध हों। इन परिवारों के बच्चों की योग्यता कम नहीं हैं, इन्हें अपने आस-पास ही अच्छी शिक्षा के अवसर मिले और वे अपने सपने साकार कर सकें, इस उद्देश्य से ही राज्य सरकार ने सीएम राइज स्कूल की परिकल्पना की और अब पूरे प्रदेश में इसका क्रियान्वयन जारी है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लागू नई शिक्षा नीति के प्रदेश में क्रियान्वयन में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। स्कूल शिक्षा हो, महाविद्यालयीन स्तर या विदेश में शिक्षा प्राप्त करनी हो या प्रतियोगी परीक्षाओं का सामना करना हो राज्य सरकार हर कदम पर विद्यार्थियों के साथ है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोपाल के भेल (बरखेड़ा) में 81 करोड़ 12 लाख रुपए की लागत से बनने वाले सीएम राइज़ शासकीय महात्मा गांधी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन के भूमि पूजन किया। 4 लाख 60 हजार विद्यार्थियों को साइकिल लेने के लिए उनके खातों में 207 करोड़ रूपए सिंगल क्लिक से अंतरित किये तथा विद्यार्थियों से बातचीत की। राज्य स्तरीय कार्यक्रम से प्रदेश के सभी जिलों के विद्यार्थी वर्चुअली जुड़े।
118 क्लासरूम, 15 लैब्स, 2 लायब्रेरी, 8 लेन एथलिट ट्रेक और ओलम्पिक साइज स्वीमिंग पूल होगा सीएम राइज स्कूल में मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा भूमिपूजन किए गए भेल बरखेड़ा के सीएम राइज शासकीय महात्मा गांधी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का निर्माण 81 करोड़ 12 लाख रूपए की लागत से होगा। इस विद्यालय में कुल 118 क्लासरूम होंगे। जिनमें 16 किंडर गार्डन क्लासरूम, 24 प्री-प्रायमरी क्लासरूम, 16 प्रायमरी क्लासरूम, 24 मिडिल स्कूल क्लासरूम, 38 सीनियर स्कूल क्लासरूम शामिल हैं। इसके साथ ही प्रायमरी कक्षाओं के लिए दो लैब, मिडिल स्कूल के लिए साईंस व कम्प्यूटर से संबंधित तीन लैब, सीनियर स्कूल के लिए बायोलॉजी, फिजिक्स, कैमेस्ट्री, वोकेशनल और कम्प्यूटर्स पर केन्द्रित 11 लैब, इस प्रकार कुल 15 लैब्स होंगी। स्कूल में 450 सीटर ऑडिटोरियम, दो लायब्रेरी, डांस और म्यूजिक के लिए दो कक्ष, 300 सीटर डायनिंग हॉल, कैंटीन, इंडोर स्पोर्ट्स जैसे बॉस्केटबॉल व बैडमिंटन के लिए मल्टीपरपज हॉल, 400 मीटर का 8 लेन एथलिट ट्रेक, फुटबॉल ग्राउण्ड और हॉफ ओलम्पिक साइज स्वीमिंग पूल होगा। |
छलका बच्चों के प्रति प्यार
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम में पधारे विद्यार्थियों का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया तथा कन्या पूजन के बाद मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री श्री इंदर सिंह परमार, गोविंदपुरा विधायक श्रीमती कृष्णा गौर, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती रश्मि अरुण शमी तथा अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विद्यार्थियों के साथ ” बच्चे मन के सच्चे, सारी जग के आँख के तारे, ये वो नन्हे फूल हैं जो, भगवान को लगते प्यारे” गीत भी गुनगुनाया। उन्होंने “आई लव यू” कहकर अपना स्नेह अभिव्यक्त करते हुए कहा कि मैं अपने भांजे-भांजियों के बीच सबसे अधिक प्रसन्न रहता हूँ।अच्छी शिक्षा जीवन में आगे बढ़ने का आधार है
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अच्छी शिक्षा जीवन में आगे बढ़ने का आधार है। एक समय था जब प्रदेश में शालाओं के लिए भवन नहीं थे। हमारी सरकार बेहतर स्कूल उपलब्ध कराने के लिए आरंभ से ही प्रतिबद्ध रही है। इसी का परिणाम है कि प्रदेश में क्रमबद्ध रूप से प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शालाओं के भवन बनाए गए। कोविड काल में विषय विशेषज्ञों और शिक्षाविदों से विचार विमर्श कर सीएम राइज स्कूल की योजना बनाई गई। इस योजना के परिणामस्वरूप ही भेल बरखेड़ा स्थित सीएम राइज शासकीय महात्मा गांधी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का भूमिपूजन हो रहा है। प्रदेश में निर्मित होने वाले सभी सीएम राइज स्कूल में स्मार्ट क्लास, लायब्रेरी, प्रयोगशाला, खेल मैदान, खेल सुविधाओं के साथ-साथ स्वीमिंग पूल की भी व्यवस्था होगी। हमारी सरकार गरीब परिवारों के बच्चों को पढ़ाई की श्रेष्ठतम सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ है। इन परिवारों के बच्चों को आगे बढ़ने का हर मौका उपलब्ध होगा।
सायकिल के लिए प्रति विद्यार्थी 4 हजार 500 रूपए जारी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हम अपनी प्रतिभा के बल पर हर परिस्थिति में आगे बढ़ सकते हैं। राज्य शासन ने विद्यार्थियों के लिए मिड-डे मील, बेटा-बेटियों को स्कूल जाने के लिए सायकिल, बारहवीं कक्षा में 75 प्रतिशत अंक लाने पर लैपटॉप उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। यह विद्यार्थियों के लिए भी सहायता भी है और प्रोत्साहन भी। आज 4 लाख 60 हजार विद्यार्थियों के खातों में सायकिल के लिए प्रति विद्यार्थी 4 हजार 500 रूपए के मान से राशि जारी की गई है। इस राशि से विद्यार्थी अपनी पसंद से सायकिल लें। इससे उनका स्कूल आना-जाना आसान होगा और पढ़ाई के लिए अधिक समय मिलेगा। इसी क्रम में जो विद्यार्थी अपने-अपने स्कूल में कक्षा बारहवीं में प्रथम आएं हैं उन्हें इस माह की 23 तारीख को स्कूटी के लिए राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
मैं किसी के सपने टूटने नहीं दूंगा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हम किसी की आँख में आंसू नहीं आने देंगे- मैं किसी के सपने टूटने नहीं दूंगा – किसी का परिश्रम व्यर्थ नहीं जाएगा। बहनों के खातों में एक-एक हजार रूपए प्रतिमाह जारी किए जा रहे हैं। जो विद्यार्थी मेडिकल, इंजीनियरिंग, आईआईएम, लॉ की पढ़ाई की करना चाहते हैं और आगे अध्ययन के लिए अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों में जाना चाहते हैं, उनकी फीस राज्य सरकार भरवाएगी। प्रदेश में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिन्दी में कराने की व्यवस्था भी की गई है। कोई भी प्रतिभाशाली विद्यार्थी पैसे की कमी के कारण उच्च शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा। यह विद्यार्थी ही प्रदेश और देश को आगे बढ़ाएंगे और भारत को विश्व का नंबर वन राष्ट्र बनाएंगे।
हमारा प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रहा है – मंत्री श्री परमार
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री इंदरसिंह परमार ने कहा कि सीएम राइज स्कूल गरीब, निम्न मध्यम वर्गीय और मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चों को सर्वसुविधायुक्त स्कूलों में पढ़ाई के अवसर प्रदान कर उनके सपनों को साकार करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में हमारा प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रहा है और शीघ्र ही हम देश के अग्रणी राज्यों में अपना स्थान बनाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोपाल संभाग के जिलों के दो-दो विद्यार्थियों को सायकिल के लिए राशि के चेक प्रतीक स्वरूप प्रदान किए।