मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर छत्तीसगढ़ प्रदेश के विभिन्न जिलों में निवासरत महार समाज (बौद्ध) के लोगों की जाति प्रमाण पत्र संबंधी मात्रात्मक त्रुटि की समस्या का निराकरण होने पर आज महार बौद्ध समाज के प्रदेश स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने राजधानी रायपुर के हेलीपेड पर मुख्यमंत्री श्री बघेल से मुलाकात कर उनके प्रति आभार प्रकट किया। इस अवसर पर लोकसभा सांसद श्री दीपक बैज भी उपस्थित थे।
गौरतलब है कि महार समाज के लोगों की जाति संबंधी मात्रात्मक त्रुटि की वजह से विगत कई वर्षों से इनके जाति प्रमाण पत्र जारी करने में दिक्कत आ रही थी, जिसके कारण इन लोगों को शिक्षा एवं रोजगार सहित विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा था। बौद्ध समाज द्वारा मात्रात्मक त्रुटि के कारण वर्षों से लंबित समस्या के स्थायी समाधान के संबंध में बस्तर सांसद श्री दीपक बैज के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से मिलकर लगातार प्रयास किया जा रहा था। जिसके परिणाम स्वरूप छत्तीसगढ़ प्रदेश सरकार द्वारा महार जाति की मात्रात्मक त्रुटि के संबंध में केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया और इस संबंध में संसद के अनुमोदन एवं महामहिम राष्ट्रपति के हस्ताक्षर पश्चात भारत सरकार के द्वारा गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है।
बौद्ध समाज अंतर्गत महार जाति की वर्षों पुरानी मांग के पूरा होने पर बौद्ध समाज के प्रदेश स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने आज प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सांसद दीपक बैज से मिलकर उनके प्रति आभार व्यक्त किया एवं भारत सरकार के राजपत्र के अनुसार शीघ्र ही इसे छत्तीसगढ़ प्रदेश में लागू करने संबंधी शासनादेश जारी करने का अनुरोध किया। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने अपनी सहमति व्यक्त की।
इस मौके पर बौद्ध समाज की ओर से मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सांसद दीपक बैज को ‘भारत का संविधान‘ एवं भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जीवनी भेंट की गई। इस अवसर पर प्रमुख रूप से बौद्ध समाज छत्तीसगढ़ के प्रमुख पदाधिकारी गण सर्वश्री दिलीप वासनीकर रायपुर, सुनील रामटेके भिलाई ,अनिल खोबरागड़े दल्ली राजहरा, भोजराज गौरखेड़े रायपुर, सारंग राव हुमने बिलासपुर, के.आर.उके रायपुर, हेमराज कुटारे रायपुर, प्रफुल्ल गेडाम बिलासपुर, प्रमोद वासनिक रायपुर, राजेश हुमने बिलासपुर, वीरेंद्र बोरकर डोंगरगांव, सुनील नागदौने डोंगरगढ़, अशोक धवले भिलाई, अनिल कावरे बीजापुर, अनिल रामटेके बीजापुर, शशांक घोड़ेस्वार राजनांदगांव, प्रवाह नासरे रायपुर आदि उपस्थित थे।