मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज बस स्टैण्ड दुर्ग पर स्थापित छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीद वीरनारायण सिंह और राजेन्द्र पार्क चौक पर स्थापित अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्रद्धेय स्वर्गीय श्री मोतीलाल वोरा की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर वन मंत्री मोहम्मद अकबर, पंचायत मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, कृषि मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू भी मौजूद थे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज के दिन को अविस्मरणीय बताते हुए कहा कि वोरा जी ऐसे शख्स थे, जिनकी तुलना किसी से नहीं की जा सकती। वे अपने कर्त्तव्य के प्रति सदैव समर्पित और तत्पर रहते थे। वे आजीवन सक्रिय रहे। नगरीय निकाय की राजनीति से शुरुआत कर उन्होनें मंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल पदों को सुशोभित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। वोरा जी के अनेक यादगार संस्मरण हैं। विभिन्न पदों को सुशोभित करने वाले उनके जैसे व्यक्ति बिरले ही होंगे। मुख्यमंत्री ने वोरा जी के व्यक्तित्व को विस्तार पूर्वक रेखांकित किया। वोरा जी के साथ हम सबके संस्मरण रहे है। वोरा जी की यादें बहुत है उन यादों को लेकर आगे बढ़े तो सफल रहेंगे। उन्होंने कहा कि वोरा जी के विचार को सार्वजनिक जीवन में आत्मसात करने की आवश्यकता है।
गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने अपने उद्बोधन में कहा कि बाबू जी अपने आप में एक पाठशाला की तरह हैं, जितने लोग उनके सम्पर्क में आये सभी ने उनसे सीखने का प्रयास किया। मंत्री श्री साहू ने वोरा जी से अपनी नजदीकी संबंध से अवगत कराते हुए कहा कि सुख के समय को मिल कर व्यतीत करें। इसी प्रकार दुख के समय को मिल बाट कर भोगे, ऐसा उनका विचार था।
विधायक श्री अरुण वोरा ने स्वागत भाषण में स्वर्गीय श्री मोतीलाल वोरा की राजनीतिक विरासत पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वे भी उनके पद चिन्हों पर चलने का प्रयास कर रहे है। विधायक श्री अरूण वोरा ने प्रतिमा अनावरण के लिए मुख्यमंत्री जी को हार्दिक धन्यवाद दिया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण और नगर के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।