भगवान राम के वनवास से लौटने पर जिस तरह अयोध्या नगरी को दीपों, तोरणों और फूलों से दुल्हन की तरह सजाया गया था, उसी तरह छत्तीसगढ़ की कला एवं संस्कृति नगरी रायगढ़ को राष्ट्रीय रामायण पर्व के अवसर पर दीपों से सजाया गया था. चौक चौराहों और घरों के दरवाजे। और रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया।
राष्ट्रीय रामायण उत्सव के दौरान रायगढ़ शहर राम भक्ति से सराबोर है। तीन दिनों तक चलने वाले इस उत्सव की योजना को लेकर लोगों में काफी उत्साह और उत्साह है। भगवान राम से जुड़े इस अवसर पर शहर के नागरिक अनायास ही अपने घरों के प्रवेश द्वारों को दीयों और रंग-बिरंगी रोशनी से सजा देते हैं। चौक-चोरस्ता पर आकर्षक लाइटिंग भी की गई है। देश-विदेश के रामायण मंडलों की उपस्थिति ने इस उत्सव के आयोजन का आकर्षण बढ़ा दिया है। विभिन्न राज्यों और देशों में रामकथा कहने की शैली और उनकी नाट्य प्रस्तुति देखने का आकर्षण लोगों को रामलीला मैदान की ओर खींच रहा है। देश-विदेश के कलाकारों द्वारा राम कथा के अरण्य कांड की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।