मध्य प्रदेश में मई के बिजली बिल में 100 रुपये तक की बढ़ोतरी, उपभोक्ताओं को होगा झटका

जबलपुर (MP बिजली दर वृद्धि): मई महीने में बिजली के उपभोक्ताओं को अपने बिल में थोड़ी बढ़ोतरी का सामना करना पड़ सकता है। बिल में लगभग 50 से 100 रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है। विद्युत नियामक आयोग द्वारा नए टैरिफ आदेश जारी करने के बाद वितरण कंपनियों ने पहले ही एक अप्रैल से करीब 4 प्रतिशत बिजली के रेट बढ़ाने के निर्देश दे दिए थे। इसका असर उन उपभोक्ताओं पर अधिक पड़ेगा, जो 200 से 400 यूनिट बिजली का इस्तेमाल करते हैं। उन्हें अपने बिल में 50 रुपये से लेकर 99 रुपये तक का अतिरिक्त भुगतान करना पड़ सकता है। इसके विरोध में नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच ने इस बढ़ोतरी पर रोक लगाने की मांग की है। नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच, भारतीय वरिष्ठ नागरिक एसोसियेशन, महिला समिति, मानव अधिकार क्रांति संगठन और सीनियर सिटीजन वेलफेयर एसोसियेशन ने इस बढ़ी हुई बिजली दरों पर अपना आक्रोश जताते हुए सोमवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखा। उन्होंने विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 108 के तहत इस बढ़ोतरी पर रोक लगाने की मांग की है।
बिजली कंपनियों पर कार्रवाई नहीं की गई डॉ. नाजपांडे ने बताया कि मप्र पावर मैनेजमेंट कंपनी के सर्कुलर के अनुसार, जनवरी 2024 में बिजली हानि प्रतिशत 15.45 था। लेकिन बाद में मार्च 2025 के सर्कुलर में यह बढ़कर 17.22 प्रतिशत हो गया है। असल में बिजली हानि प्रतिशत को घटना चाहिए था, लेकिन यह उल्टा बढ़ गया, जो कि विद्युत नियामक आयोग के आदेश का उल्लंघन है। इसके बावजूद आयोग ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की है। 220 केवी सबस्टेशन में तकनीकी खराबी इसी बीच, रविवार शाम को जबलपुर के नयागांव स्थित 220 केवी सबस्टेशन में तकनीकी खराबी आ गई, जिससे पूरे इलाके में एक घंटे के लिए बिजली सप्लाई बंद हो गई। इससे शहर के एक बड़े हिस्से में परेशानी आई। उपभोक्ताओं ने बिजली बंद होने की शिकायत भी कॉल सेंटर में की। जानकारी के अनुसार, 220 नयागांव सबस्टेशन के आइसोलेटर में खराबी आ गई थी, जिसके कारण शक्ति भवन, रामपुर, आईटी पार्क, सूपाताल, संजीवनी नगर जैसे क्षेत्रों के 33 केवी सबस्टेशनों में बिजली बंद हो गई थी। यह समस्या शाम 6 बजे से 7 बजे तक रही। बाद में 220 केवी सबस्टेशन से सप्लाई बहाल होने पर सभी क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति फिर से शुरू हो पाई। साउथ डिवीजन के कार्यपालन अभियंता अभिषेक विश्वकर्मा ने बताया कि 220 केवी सबस्टेशन से सप्लाई बाधित होने के कारण 33 केवी सबस्टेशनों की सप्लाई प्रभावित हुई थी।