GIS 2025: पीएम मोदी ने लॉन्च की 18 नई योजनाएं, मध्य प्रदेश को मिलेगा बड़ा फायदा

भोपाल: ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में पहुंचे पीएम मोदी, 18 विकास योजनाओं का किया लोकार्पण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) में शामिल हुए। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद वे मंच पर जाने के बजाय नीचे लगी कुर्सी पर बैठ गए। इससे पहले उन्होंने प्रदेश की 18 नई नीतियों का लोकार्पण किया, जो राज्य के विकास को नई दिशा देने का काम करेंगी।
परीक्षार्थियों की वजह से किया प्रोटोकॉल में बदलाव
अपने संबोधन की शुरुआत में पीएम मोदी ने देरी से पहुंचने के लिए क्षमा मांगी। उन्होंने बताया कि,
“कल जब मैं यहां पहुंचा, तो ध्यान आया कि आज 10वीं और 12वीं के छात्रों की परीक्षा है। मेरे राजभवन से निकलने और परीक्षा के समय में टकराव हो रहा था। अगर सुरक्षा के कारण रास्ते बंद होते तो बच्चों को परेशानी होती। इसलिए मैंने खुद ही निकलने में 10-15 मिनट की देरी कर दी, ताकि कोई छात्र परीक्षा के लिए लेट न हो।”
पूरी दुनिया को भारत से उम्मीदें
पीएम मोदी ने कहा कि मध्य प्रदेश के विकास से भारत के विकास का रास्ता तैयार हो रहा है। उन्होंने सीएम मोहन यादव और उनकी टीम को इस आयोजन के लिए बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा,
“इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि पूरी दुनिया भारत को लेकर इतनी आशावान है। आम लोग हों, अर्थशास्त्री हों या अलग-अलग देश और संस्थाएं, हर कोई भारत की क्षमता पर भरोसा जता रहा है।”
भारत रहेगा दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था
पीएम मोदी ने बताया कि हाल ही में वर्ल्ड बैंक ने भारत को आने वाले वर्षों में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बताया है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में भारत को सौर ऊर्जा की सुपरपॉवर कहा गया है।
“दुनिया के कई देश सिर्फ बातें करते हैं, लेकिन भारत नतीजे लाकर दिखाता है।”
मध्य प्रदेश की ताकत: कृषि, खनिज और मां नर्मदा का आशीर्वाद
पीएम मोदी ने कहा कि मध्य प्रदेश, जनसंख्या के हिसाब से भारत का पांचवां सबसे बड़ा राज्य है। यह कृषि और खनिज संपदा के मामले में भी टॉप 5 राज्यों में शामिल है। “मध्य प्रदेश को मां नर्मदा का आशीर्वाद प्राप्त है। यह राज्य जीडीपी के मामले में भी देश के शीर्ष राज्यों में शामिल हो सकता है।”
सीएम मोहन यादव बोले- भोपाल की नई पहचान बनेगी
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि,
“पहले भोपाल की पहचान गैस त्रासदी से होती थी, लेकिन अब यह एक नई पहचान बनाने जा रहा है।”
उन्होंने बताया कि प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए 18 नई नीतियां लाई गई हैं, नियमों को सरल बनाया गया है और 2025 को उद्योग एवं रोजगार वर्ष के रूप में मनाया जाएगा।
डिजिटल अनुभव: पीएम मित्र पार्क से लेकर चीतों तक की झलक
समिट में मध्य प्रदेश के 11 बड़े विकास कार्यों का डिजिटल अनुभव भी दिया जा रहा है। इसमें नदी जोड़ो परियोजना, धार का पीएम मित्र पार्क और कूनो में चीता प्रोजेक्ट शामिल हैं।
महाकुंभ में हजारों निवेशकों की भागीदारी
इस समिट में 7 बड़े विभागीय सम्मेलन होंगे, जिनमें आईटी, नवीकरणीय ऊर्जा, पर्यावरण, खनन, स्टार्टअप, नगरीय विकास और प्रवासी महाकुंभ शामिल हैं।
अब तक 31,659 लोगों ने पंजीकरण कराया है, जिनमें
- 3,903 उद्योग जगत के प्रतिनिधि
- 3,398 स्टार्टअप्स
- 133 अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि
- 562 एनआरआई और एमपी के प्रवासी
- 249 उद्योग संघों के प्रतिनिधि
- 10,491 विभिन्न सत्रों और समितियों के सदस्य शामिल हैं।
200 से अधिक बड़ी कंपनियों के एमडी और सीईओ होंगे शामिल
GIS में 200 भारतीय कंपनियों के चेयरमैन/एमडी, 200 वैश्विक कंपनियों के सीईओ, 20 भारतीय यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स के संस्थापक और 50 देशों के राजनयिक प्रतिनिधि भी शामिल हो रहे हैं। इस समिट से मध्य प्रदेश को नए निवेश और रोजगार के बड़े अवसर मिलने की उम्मीद है।