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“खुदा न खास्ता कुछ होता, तो तैमूर मेरे पास होता” – सैफ का खुलासा

यहां तक कि जब घर में हुए खतरनाक चाकू हमले के बाद सैफ अली खान अस्पताल जाने के लिए निकले, तब भी उनके मन में कई बातें चल रही थीं। लेकिन उनमें से एक बात ये भी थी कि अगर “खुदा न खास्ता” कुछ हो जाता, तो वे चाहते थे कि उनका बेटा तैमूर उनके साथ हो। “तैमूर बिल्कुल शांत था, उसने कहा, ‘मैं आपके साथ चलूंगा।’ मुझे उसे देखकर ही हिम्मत मिल रही थी। और मैं अकेले जाना भी नहीं चाहता था,” सैफ ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में बताया। “मेरी पत्नी (करीना) ने उसे भेजा, यह जानते हुए कि वह मेरे लिए कितना मायने रखता है। उस वक्त यही सही फैसला लगा। और मैंने सोचा, अगर कुछ हो भी जाए, तो मैं चाहता हूं कि तैमूर मेरे साथ हो। और वह खुद भी वहां रहना चाहता था।” यह पूरी घटना किसी फिल्मी सीन जैसी थी। सैफ, जिन्हें कई बार चाकू से मारा गया था, अस्पताल तक पहुंचने के लिए ऑटो रिक्शा में गए, जबकि चाकू का एक हिस्सा अब भी उनकी रीढ़ की हड्डी में धंसा हुआ था।

इस खौफनाक रात को याद करते हुए सैफ ने बताया कि तैमूर और उनके घरेलू सहायक हरी उन्हें अस्पताल ले गए। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि वह कितने सौभाग्यशाली रहे कि लकवाग्रस्त होने से बच गए, और यह भी कहा कि अब वे घर में कभी हथियार नहीं रखेंगे, चाहे परिवार कितना भी डर चुका हो। पिछले महीने, मुंबई के बांद्रा में अपने अपार्टमेंट में हुए हमले के बाद, 54 वर्षीय अभिनेता की छह घंटे तक आपातकालीन सर्जरी चली। सैफ और करीना के दो बेटे हैं – तैमूर और चार साल का जहांगीर (जेह)। करीना, जिन्होंने पूरे समय कॉल करने की कोशिश की, घबराई हुई थीं। लेकिन जब सैफ और उनकी नजरें मिलीं, तो उन्होंने कहा, “मैं ठीक हूं, मैं मरने नहीं वाला।” तैमूर ने भी सवाल किया, “आप मरने वाले हैं?”
सैफ ने जवाब दिया, “नहीं।” बहुत से लोग सवाल कर रहे थे कि उस रात उनके पास ड्राइवर क्यों नहीं था। इस पर सैफ ने कहा, “हमारे यहां रातभर कोई नहीं रुकता। सबके अपने घर हैं। और वैसे भी उस वक्त ड्राइवर को बुलाने का समय नहीं था।”

सैफ ने बताया कि जब वे ऑटो में बैठे तो ड्राइवर ने खून देखकर सब समझ लिया। “लेकिन शायद तैमूर की मौजूदगी से उसे भरोसा हुआ कि हम अच्छे लोग हैं। उसने बिना कोई सवाल किए शॉर्टकट लिया और आराम से गाड़ी चलाई ताकि ज्यादा झटके न लगें।” इस हमले की शुरुआत बहुत डरावनी थी। रात के करीब 2 बजे, उनकी दूसरी घरेलू सहायिका गीता दौड़ती हुई आई और बताया कि कोई घर में घुस आया है। जब सैफ वहां पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि एक नकाबपोश व्यक्ति जेह के बिस्तर के पास खड़ा था, हाथ में दो चाकू थे। “यह किसी डरावनी फिल्म के सीन जैसा था। और जैसे ही मैंने उसे देखा, मैं उस पर टूट पड़ा।” सैफ ने बताया कि वह आदमी पूरी ताकत से उनकी पीठ पर वार कर रहा था, लेकिन उन्हें शुरुआत में एहसास ही नहीं हुआ कि वह चाकू था।

करीना ने तुरंत जेह को वहां से हटा लिया। और फिर गीता ने किसी तरह हमलावर को पीछे धकेला। “मैं पूरी तरह खून से लथपथ था, और हमने दीवार से दो सजावटी तलवारें उतारीं। तैमूर ने मुझे खून से सना देखा और हरी को तलवार पकड़े हुए। वह एक अजीब लेकिन बहादुरी भरा पल था।” लेकिन करीना ने सैफ से कहा, “नहीं, हमें बाहर निकलना होगा! तुम्हें अस्पताल ले जाना है, और मुझे जेह को यहां से निकालना है।”

सर्जरी के बाद डॉक्टरों ने बताया कि चाकू करीब 3-4 इंच उनकी रीढ़ तक घुस गया था, जिससे उनके स्पाइनल फ्लूइड का रिसाव हो रहा था। “बस एक मिलीमीटर और अंदर चला जाता, तो मैं लकवाग्रस्त हो जाता।” घटना के बाद बच्चों की क्या प्रतिक्रिया थी? “जेह ने मुझे एक प्लास्टिक की तलवार दी और कहा, ‘अगली बार चोर आए, तो इसे पास रखना।’ वह कहता है, ‘गीता ने अब्बा को बचाया और अब्बा ने मुझे।'” वहीं, तैमूर अब सुरक्षा को लेकर ज्यादा सतर्क रहने लगा है। बहुत से लोगों ने पूछा कि उनके पास बॉडीगार्ड क्यों नहीं था। इस पर सैफ ने कहा, “मैंने कभी सुरक्षा में यकीन नहीं किया। मैं अपने साथ बॉडीगार्ड लेकर नहीं घूमना चाहता। और अब भी नहीं रखूंगा, क्योंकि मुझे नहीं लगता कि यह हमला मुझ पर था। यह सिर्फ एक गलती थी।” सैफ का मानना है कि हमलावर ने किसी तरह पाइप चढ़कर उनके घर में एंट्री कर ली थी। “मुझे नहीं लगता कि उसे पता था कि यह मेरा घर है। यह कोई अंदरूनी साजिश नहीं थी।”

पुलिस ने इस मामले में बांग्लादेशी नागरिक शरीफुल फकीर उर्फ विजय दास को गिरफ्तार किया है, जो फिलहाल न्यायिक हिरासत में है। हमले के बाद, उनके बड़े बच्चे – सारा और इब्राहिम (जो उनकी पहली शादी से हैं) भी काफी भावुक हो गए थे। जब सैफ को 21 जनवरी को अस्पताल से छुट्टी मिली, तो सोशल मीडिया पर उनकी चलती-फिरती तस्वीरें देखकर कुछ लोगों ने उनकी चोटों को हल्का बताया। उनकी बहन सबा पटौदी ने इन दावों को खारिज कर दिया। सैफ ने कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा कि इसे कैसे पेश करना है। मेरी जिंदगी अपने आप में इतनी दिलचस्प है कि इसे किसी तरह के ट्विस्ट की जरूरत नहीं।” अब उनकी सेहत धीरे-धीरे ठीक हो रही है। “खड़े रहने में अभी भी दर्द होता है, लेकिन हर दिन सुधार हो रहा है। और मुझे पूरा यकीन है कि मैं पूरी तरह ठीक हो जाऊंगा।”

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