गृह मंत्री, लोक निर्माण एवं कृषि मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू आज स्वामी विवेकानंद सभागार मंे आयोजित हमर हटरी स्वरोजगार की पटरी निःशुल्क रोजगार प्रशिक्षण एवं सम्मान समारोह में शामिल हुए। हमर हटरी स्वरोजगार की पटरी की महिलाओं ने मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू को महिलाओं द्वारा तैयार किए गए खुमरी और मटपरई शिल्प भेंट किए।
हमर हटरी स्वरोजगार की पटरी का उद्देश्य बेरोजगार एवं अप्रशिक्षित महिला एवं युवा को प्रशिक्षित कर रोजगार व स्वरोजगार के लिए तैयार करना है। इस अवसर पर महिला महाविद्यालय भिलाई प्राचार्य डॉ. संध्या मदन मोहन, संरक्षक डॉ. लीना साहू, पार्षद श्रीमती प्रेमलता साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि महिला प्रशिक्षण एवं रोजगार के माध्यम से ग्रामीण और शहरी महिलाओं का विकास करना है। स्वरोजगार मनुष्य के जीवन में बहुत बड़ा स्थान रखता है। पुरूष से ज्यादा आज महिलाएं घर की चार दीवारी से निकलकर स्वरोजगार के माध्यम से अपने घर की जरूरतों को पूरा करने में मददगार साबित हो रही है। आज हर क्षेत्र में सर्वाधिक नाम महिलाओं का होता है। महिलाएं पुरूष से भी आगे बढ़ गई है। आज महिलाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर घर पर ही लघु उद्योग स्थापित कर सकती है। गौठान में पशुधन के संरक्षण, संवर्धन, वर्मी कम्पोस्ट एवं कीटनाशक दवाईयों, गोबर पेंट आदि का निर्माण कर ग्रामीणों को स्वरोजगार प्रदान किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हमर हटरी स्वरोजगार की पटरी के माध्यम से महिलाओं को मोमबत्ती, धूप बत्ती, वाशिंग पाउडर, हैंड वॉश, डिश वॉश, धान आर्ट, जूट आर्ट का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जो काबिले तारिफ है। इससे महिलाएं अपने खुद का व्यवसाय चालू कर सकती है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त कर कुछ ऐसा चीज बनाओं जो दैनिक एवं पारिवारिक जीवन में उपयोगी हो। जो हमेशा उपयोग में आये। उदाहरण के तौैर पर उन्होंने रेडिमेंट कपड़ा बनाने की बात कही। कपड़े की सिलाई कर उसे मार्केट में स्वयं विक्रय करें, जिससे आमदनी भी अधिक होगी। उन्होंने महिला समूह द्वारा उत्पादित वस्तुओं को सी-मार्ट के माध्यम से विक्रय किए जाने की बात कही।
इस अवसर पर श्री ताम्रध्वज साहू ने उत्कृष्ट कार्यों के लिए छत्तीसगढ़ के मटपरई शिल्पकार श्री अभिषेक सपन, पर्यावरण प्रेमी श्री खिलेन्द्र कुमार साहू एवं नेशनल बॉडी बिल्डर श्री रमेश हिरवानी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।