MP Board Result 2024: 10वीं-12वीं की कॉपियों की जांच तेज़ी से जारी, जानिए कब आएगा रिजल्ट

भोपाल (MP बोर्ड 10वीं-12वीं रिजल्ट): मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MP Board) की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिकाओं की जांच का तीसरा चरण शुरू हो चुका है। चौथा चरण 6 अप्रैल से शुरू होगा। रिजल्ट अप्रैल के तीसरे हफ्ते तक तैयार कर लिया जाएगा और मई के पहले हफ्ते में इसके जारी होने की संभावना है। बोर्ड की कमेटी के विषय विशेषज्ञों ने दोनों कक्षाओं के प्रश्नपत्रों की जांच की, जिसमें चार विषयों में गड़बड़ी पाई गई है। इसको ध्यान में रखते हुए छात्रों को बोनस नंबर दिए जा रहे हैं। कॉपियों की जांच मॉडल आंसर के आधार पर की जा रही है। गलत जांच पर शिक्षकों पर जुर्माना हर उत्तर के लिए छात्रों को स्टेप बाय स्टेप नंबर दिए जा रहे हैं। अगर कोई शिक्षक किसी कॉपी की जांच गलत करता है और उसकी वजह से छात्र के नंबर एक स्टेप ज्यादा हो जाते हैं, तो उस शिक्षक पर 100 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। इस साल 10वीं और 12वीं के करीब 17 लाख छात्रों की लगभग 90 लाख कॉपियों की जांच होनी है। अब तक पूरे प्रदेश में 45 प्रतिशत कॉपियों की जांच हो चुकी है। इसके लिए 40 हजार शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। 10वीं की परीक्षा 21 मार्च को और 12वीं की परीक्षा 25 मार्च को खत्म हुई थी। मूल्यांकन केंद्रों पर कड़े नियम बनाए गए हैं। एक बार कोई शिक्षक केंद्र में अंदर चला गया, तो उसे बाहर जाने की इजाजत नहीं है। मोबाइल फोन भी पूरी तरह बैन हैं।
गणित में दोनों कक्षाओं के छात्रों को बोनस अंक मिलेंगे कक्षा 10वीं और 12वीं के गणित के पेपर में गलती होने के कारण छात्रों को एक-एक बोनस अंक दिया जाएगा। 12वीं की गणित के बहुविकल्पीय सवाल में जो विकल्प दिए गए थे, वो गलत पाए गए हैं। इसी तरह, 10वीं की उर्दू के पेपर में भी गड़बड़ी पाई गई है, जिसके चलते छात्रों को दो बोनस अंक दिए जाएंगे। बोर्ड द्वारा जारी निर्देशों में बताया गया है कि जिन छात्रों को 10वीं की उर्दू की ‘बी सेट’ वाली कॉपी मिली थी, और अगर उन्होंने प्रश्न क्रमांक 6 को हल करने की कोशिश की है, तो उन्हें पूरे दो नंबर दिए जाएंगे। 12वीं की संस्कृत की ‘सेट-1’ में भी एक सवाल में गलती थी, जिसके लिए छात्रों को एक बोनस अंक दिया जाएगा। जांच के बाद अंक ऑनलाइन अपलोड किए जा रहे उत्तरपुस्तिकाओं की जांच के बाद नंबर ऑनलाइन सिस्टम में दर्ज किए जा रहे हैं। सभी मूल्यांकन केंद्रों की मॉनिटरिंग संभागीय मुख्यालयों से की जा रही है। हर मूल्यांकन केंद्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनकी निगरानी अफसर मुख्यालयों से कर रहे हैं।