इजरायल के हमलों पर पाकिस्तान का सख्त रुख: PM शहबाज़ शरीफ ने ईरानी राष्ट्रपति से की बातचीत, कहा- ईरान को है आत्मरक्षा का पूरा हक़

पाकिस्तान का ईरान के साथ: इज़राइल के हमले की निंदा
यह लेख पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ के ईरान के प्रति समर्थन और इज़राइल के हालिया हमलों की निंदा पर केंद्रित है।
शहबाज़ शरीफ़ का ईरान के साथ खड़ा होना
प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने ईरानी राष्ट्रपति से फ़ोन पर बात करके इज़राइल के हमलों की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि यह हमला अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है और ईरान की संप्रभुता का अपमान है। उन्होंने ईरान को आत्मरक्षा का पूरा अधिकार बताया और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का हवाला दिया। शरीफ़ ने यह भी कहा कि पाकिस्तान हर हाल में ईरान के साथ खड़ा है और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी ईरान का समर्थन करेगा। उन्होंने ईरानी नागरिकों के निधन पर गहरा दुःख भी व्यक्त किया।
इज़राइल की कार्रवाई की निंदा और वैश्विक अपील
शरीफ़ ने इज़राइल के हमले को क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए खतरा बताया। उन्होंने इज़राइल की फिलिस्तीनियों के खिलाफ़ हिंसा की भी निंदा की और इसे मानवीय मूल्यों का अपमान बताया। उन्होंने वैश्विक समुदाय से इज़राइल की आक्रामकता पर लगाम लगाने की अपील की और संयुक्त राष्ट्र से ठोस कार्रवाई करने का आग्रह किया। शरीफ़ ने चेतावनी दी कि अगर समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो स्थिति और बिगड़ सकती है।
शांति की पहल में पाकिस्तान की भूमिका
शरीफ़ ने कहा कि पाकिस्तान हमेशा क्षेत्रीय शांति का समर्थक रहा है और युद्ध को रोकने के लिए किसी भी पहल में शामिल होने को तैयार है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान युद्ध नहीं चाहता, लेकिन अन्याय और हमले के खिलाफ वह हमेशा सच्चाई और भाईचारे के साथ खड़ा रहेगा। पाकिस्तान केवल समर्थन ही नहीं, बल्कि शांति के लिए समाधान का भी हिस्सा बनना चाहता है।
ईरान का आभार
ईरानी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान के समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि यह दोनों देशों के मजबूत संबंधों का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की एकजुटता ईरानी लोगों के लिए एक सकारात्मक संदेश है।