गौठानों में स्थापित किये जा रहे महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क में बड़ी संख्या में ग्रामीणों को रोजगार मिल रहा है। रायपुर जिले के आरंग के ग्राम लखौली में 13 से अधिक स्व-सहायता समूहों की लगभग 100 महिलाओं को रीपा में नियमित रोजगार मिल रहा है। यहां विभिन्न लघु एवं कुटीर उद्योग महिलाओं द्वारा चलाये जाते हैं। लखौली रीपा में करीब 2 करोड़ रुपये की लागत से बुनियादी ढांचा तैयार किया गया है. यहां स्थापित होने वाले लघु उद्योगों के लिए बिजली, पानी, वर्कशॉप सहित सभी व्यवस्थाएं की गई हैं।
लखौली रीपा में ग्रामीण महिलाएं वर्मी कम्पोस्ट बनाने, वाशिंग पाउडर बनाने, मशरूम बनाने, मुर्गी पालन, अगरबत्ती बनाने, मसाला बनाने, अचार, बड़ी पापड़, हवाई चप्पल, नमकीन बनाने, बैग प्रिंटिंग, दोना पत्तल बनाने, विभिन्न मिट्टी के बर्तन बनाने में लगी हुई हैं। . इससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ। उन्हें गांव में ही रोजगार का अवसर मिलता है। इन महिलाओं द्वारा बनाई गई सामग्री को सी-मार्ट के माध्यम से बेचने की व्यवस्था की गई है, साथ ही महिला समूह हाट-बाजारों में जाकर भी सामग्री का विक्रय करती है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पिछले वर्ष राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर लखौली में रीपा की आधारशिला रखी थी। राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को मूर्त रूप देने वाला यह कार्य नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया की देखरेख में किया गया। लखौली में विकसित ग्रामीण औद्योगिक पार्क का उद्घाटन 2 अक्टूबर 2022 को किया गया था।
नगरीय प्रशासन मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक डॉ. डहरिया का मानना है कि रीपा की स्थापना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति मिल रही है। यह कार्यक्रम उन युवाओं एवं महिलाओं को अपने गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने में काफी सफल है जो रोजगार चाहते हैं। रीपा में बनी विभिन्न वस्तुएँ गाँव के बाजारों और सी-मार्ट के माध्यम से आसानी से बेची जाती हैं। इसकी बदौलत ग्रामीण युवाओं और महिलाओं की आय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।