
डॉलर के मुकाबले 17 पैसे मजबूत हुआ रुपया, शेयर बाजार और विदेशी निवेश से मिला सपोर्ट
शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में भारतीय रुपया 17 पैसे मजबूत होकर 86.19 पर पहुंच गया। इसकी वजह घरेलू शेयर बाजार में मजबूती और विदेशी निवेश की नई आमद बताई जा रही है।
विदेशी निवेश और इक्विटी बाजार से सपोर्ट
फॉरेक्स एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस हफ्ते फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (FPI) लगातार दूसरी बार नेट खरीदार बने हैं। वे न केवल शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं, बल्कि डेब्ट मार्केट में भी भारी खरीदारी कर रहे हैं।
शुरुआती कारोबार में रुपये की स्थिति
इंटरबैंक फॉरेक्स मार्केट में रुपये ने 86.26 पर ओपनिंग की, लेकिन जल्द ही इसमें मजबूती आई और यह 86.19 के स्तर पर पहुंच गया, जो पिछले बंद भाव से 17 पैसे ज्यादा था। गुरुवार को भी रुपया मजबूत रहा था और 1 पैसे की बढ़त के साथ 86.36 के स्तर पर बंद हुआ था।
फेड मीटिंग और विदेशी निवेश से असर
CR Forex Advisors के मैनेजिंग डायरेक्टर अमित पबारी ने कहा, “भारतीय रुपये में इस हफ्ते काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के प्रभाव के बावजूद मजबूत विदेशी निवेश से रुपये को सपोर्ट मिला।”
विदेशी निवेशकों ने झोंका पैसा
स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, गुरुवार को विदेशी निवेशकों (FIIs) ने भारतीय शेयर बाजार में 3,239.14 करोड़ रुपये का निवेश किया। पबारी ने कहा, “लंबे समय के बाद विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार में 3,200 करोड़ रुपये से ज्यादा डाले, साथ ही डेब्ट मार्केट में 5,500 करोड़ रुपये का निवेश किया। इसका कारण भारत की उच्च वास्तविक ब्याज दर (3.028%) है।”
डॉलर इंडेक्स और कच्चे तेल की स्थिति
इस बीच, डॉलर इंडेक्स 0.13% बढ़कर 103.98 पर पहुंच गया, जिससे अमेरिकी डॉलर की मजबूती बनी हुई है।इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड 0.44% चढ़कर 72.32 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा था।
आगे रुपये का क्या रहेगा ट्रेंड?
पबारी के मुताबिक, “USD-INR जोड़ी 86.00 से 86.80 के बीच ट्रेड कर सकती है। हालांकि, ग्लोबल मार्केट में दबाव के चलते निकट भविष्य में 86.50-86.60 के आसपास हल्की रिकवरी संभव है।”
शेयर बाजार में तेजी जारी
घरेलू शेयर बाजार में भी मजबूती देखने को मिली।
- BSE सेंसेक्स 158.79 अंक (0.21%) चढ़कर 76,506.85 पर ट्रेड कर रहा था।
- NSE निफ्टी 74.40 अंक (0.32%) की बढ़त के साथ 23,265.05 पर था।
निष्कर्ष: मजबूत विदेशी निवेश और शेयर बाजार में तेजी से रुपया मजबूत हुआ है, लेकिन ग्लोबल ट्रेंड को देखते हुए इसमें उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है।