इंदौर पुलिस पर गंभीर आरोप: शिकायत करने गए शख्स को थाने में झाड़ू लगवाया, फिर हुई मौत

थाने में झाड़ू लगवाई, फिर आया अटैक – परिवार ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
इंदौर: गोविंद नगर (खारचा) के रहने वाले धर्मेंद्र नामदेव की थाने में ही तबीयत बिगड़ गई और बाद में उनकी मौत हो गई। धर्मेंद्र अपने दामाद हरिगोविंद और उसके साथियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने उनके साथ गलत व्यवहार किया।
थाने में झाड़ू लगवाई, फिर बिगड़ी हालत
रविवार सुबह दामाद हरिगोविंद और उसके रिश्तेदारों ने धर्मेंद्र की पिटाई कर दी। जब वो दोपहर में बाणगंगा थाने शिकायत दर्ज कराने पहुंचे तो पुलिस ने उनकी बात सुनने के बजाय, दोनों पक्षों पर अदमचेक (आपसी विवाद की रिपोर्ट) दर्ज कर दी और उन्हें थाने में ही रोक लिया। परिजनों का आरोप है कि धर्मेंद्र से थाने में जबरन झाड़ू लगवाई गई। कुछ देर बाद उनके सीने में तेज दर्द हुआ, लेकिन पुलिस ने उन्हें अस्पताल ले जाने के बजाय थाने से बाहर कर दिया। धर्मेंद्र किसी तरह घर पहुंचे और फिर परिवार के साथ नंदानगर अस्पताल गए, जहां डॉक्टर ने देखते ही बता दिया कि उन्हें हार्ट अटैक आया है। कुछ समय बाद उन्होंने दम तोड़ दिया।
परिवार का आरोप – पुलिसकर्मियों पर भी हो कार्रवाई
धर्मेंद्र की पत्नी रानी नामदेव और उनकी बेटियों का कहना है कि उनकी हत्या हुई है। परिवार और समाज के लोग इस घटना से गुस्से में हैं। कांग्रेस नेत्री रीटा डागरे के साथ लोग बाणगंगा थाने पहुंचे और भाजपा विधायक गोलू शुक्ला के घर के सामने शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया।
पुलिस का बचाव, लेकिन परिवार नहीं मान रहा
थाना प्रभारी सियाराम सिंह गुर्जर का कहना है कि यह पारिवारिक विवाद था और दोनों पक्ष थाने में मौजूद थे। पुलिस के मुताबिक, वीडियो फुटेज में झाड़ू लगवाने जैसी कोई बात नहीं दिखी है।
दहेज को लेकर हुआ था विवाद
परिवार के मुताबिक, धर्मेंद्र की बेटी प्रियंका से दामाद हरिगोविंद दहेज की मांग करता था। इसी वजह से दोनों परिवारों के बीच झगड़ा हुआ और फिर यह दुखद घटना सामने आई। परिवार ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।