
इलेक्ट्रिक गाड़ियों से करंट लग सकता है या नहीं? जानिए पूरी सच्चाई और बचाव के तरीके
आजकल इलेक्ट्रिक गाड़ियों की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। कार और स्कूटर कंपनियां भी पहले अपने इलेक्ट्रिक मॉडल लॉन्च कर रही हैं और बाद में पेट्रोल-डीजल वर्जन लेकर आ रही हैं। लेकिन जैसे-जैसे लोग इलेक्ट्रिक वाहनों को अपना रहे हैं, वैसे-वैसे एक सवाल सबके दिमाग में आता है – क्या इलेक्ट्रिक कार या स्कूटर से करंट लग सकता है? अगर आपके मन में भी यही सवाल है, तो इसका जवाब और इससे बचने के तरीके यहां जान लीजिए।
क्या सच में इलेक्ट्रिक गाड़ी से करंट लग सकता है?
इलेक्ट्रिक गाड़ियां हाई-वोल्टेज बैटरी पर चलती हैं, जिनका वोल्टेज 48V से लेकर 400V तक हो सकता है। यह वोल्टेज काफी ज्यादा होता है और अगर किसी गड़बड़ी की वजह से बैटरी या इलेक्ट्रिक सिस्टम में खराबी आ जाए, तो करंट लगने का खतरा हो सकता है। खासकर चार्जिंग के दौरान अगर कोई खराबी हो, तो झटका लगने की संभावना बढ़ जाती है।
इलेक्ट्रिक गाड़ियों में करंट से बचाने के लिए कौन-कौन से सेफ्टी फीचर्स होते हैं?
- इंसुलेशन (Insulation) – इलेक्ट्रिक गाड़ियों में हाई-वोल्टेज वायरिंग को मजबूत इंसुलेशन से ढका जाता है, जिससे करंट बाहर न आए और ड्राइवर या पैसेंजर को कोई नुकसान न हो।
- सर्किट ब्रेकर और फ्यूज – अगर गाड़ी में किसी तरह का शॉर्ट सर्किट हो, तो सर्किट ब्रेकर और फ्यूज तुरंत पावर सप्लाई को रोक देते हैं, जिससे हादसा टल जाता है।
- ऑटोमेटेड शटडाउन – अगर इलेक्ट्रिकल सिस्टम में कोई गड़बड़ी आती है, तो गाड़ी का यह सेफ्टी फीचर ऑटोमेटिकली पावर सप्लाई बंद कर देता है, जिससे करंट लगने की संभावना कम हो जाती है।
कैसे बचें करंट लगने के खतरे से?
चार्जिंग के दौरान सतर्क रहें – गाड़ी को चार्ज करते समय यह जरूर चेक करें कि चार्जिंग पोर्ट और उपकरण सही तरीके से काम कर रहे हैं। अगर किसी सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो ध्यान रखें कि चार्जर और सॉकेट में कोई खराबी न हो।
रेगुलर मेंटेनेंस कराएं – बैटरी और इलेक्ट्रिक सिस्टम की समय-समय पर जांच कराना जरूरी है। अगर गाड़ी में कोई असामान्य गर्मी, अजीब आवाज़ या शॉर्ट सर्किट जैसी समस्या दिखे, तो तुरंत सर्विस सेंटर पर चेकअप करवाएं।
इलेक्ट्रिक गाड़ियां पेट्रोल-डीजल गाड़ियों के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित और इको-फ्रेंडली होती हैं, लेकिन सही देखभाल न करने पर इनमें भी खतरा हो सकता है। इसलिए, इन्हें सावधानी से इस्तेमाल करें और हमेशा मेंटेनेंस पर ध्यान दें।