जनजातीय कार्य विभाग द्वारा एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस) गुरुकुलम, बावड़िया कला में “घरेलू बीमारी और मानसिक स्वास्थ्य” पर एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया। ‘संवाद’ श्रृंखला में आदिवासी एवं विशेष पिछड़ी जनजाति के विद्यार्थियों ने राज्य स्तरीय सत्रों में भाग लिया। सत्र के दौरान, मनोवैज्ञानिक और परामर्शदाता सुश्री प्रिया सोनपर ने 500 से अधिक छात्रों और कर्मचारियों को विषय पर जानकारी दी। राज्य के 23 आदिवासी जिलों में कुल 100 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय, सी.एम. राइज स्कूल, कन्या शिक्षा परिसर, आदर्श आवासीय विद्यालय, मैपसेट केंद्रों और छात्रावासों के हजारों छात्रों और कर्मचारियों ने भी आभासी रूप से भाग लिया। सत्र के दौरान बोर्डिंग स्कूलों एवं छात्रावासों में नवप्रवेशित जनजातियों एवं विशेष पिछड़ी जनजातियों के विद्यार्थियों के प्रवेश पर सभी को सलाह दी गई।
सत्र के दौरान छात्रों ने मानसिक स्वास्थ्य और सुखी छात्र जीवन के गुर सीखे। विद्यार्थियों, प्राचार्यों, शिक्षकों एवं छात्रावास अधीक्षकों को दूर-दराज के संस्थानों में अध्यापन के दौरान उनके घरों में होने वाले मानसिक परिवर्तन, आवश्यकताओं एवं सुझावों से भी अवगत कराया गया। निदेशक डॉ. यशपाल सिंह और मंत्रालय के शिक्षा सलाहकार आशुतोष श्रीवास्तव मौजूद रहे।