
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जेद्दाह दौरे के दौरान भारत और सऊदी अरब के बीच मंगलवार को कम से कम छह समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर दस्तखत होने जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक सोमवार देर रात तक कुछ और समझौतों को अंतिम रूप देने के लिए बातचीत जारी रही। पीटीआई को मिली जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी की सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद से होने वाली शाम की मुलाकात में हज से जुड़े मुद्दों, खासतौर पर भारतीय हज यात्रियों के कोटे को लेकर भी चर्चा होगी। जो समझौते होने वाले हैं, उनमें अंतरिक्ष, ऊर्जा, स्वास्थ्य, विज्ञान व वैज्ञानिक शोध, संस्कृति और उन्नत तकनीक के क्षेत्र शामिल हैं। एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि “रियाद में सोमवार देर रात तक मीटिंग्स चलती रहीं ताकि डिटेल्स को फाइनल किया जा सके। दर्जनभर से ज्यादा समझौते चर्चा में हैं, जिनमें से कुछ पर आधिकारिक स्तर पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।” सूत्रों ने बताया कि मोदी के पहुंचने से 24 घंटे पहले ही व्यापार, निवेश और रक्षा से जुड़े अतिरिक्त समझौतों को अंतिम रूप देने की कोशिशें जारी थीं। प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार दोपहर सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के न्योते पर जेद्दाह पहुंचेंगे। यह 40 साल में पहली बार होगा जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री जेद्दाह की यात्रा पर होगा।
सऊदी अरब में भारत के राजदूत सुहेल अजाज़ ख़ान ने पीटीआई से बातचीत में बताया, “जेद्दाह भारत और सऊदी अरब के बीच संपर्क का एक बेहद अहम शहर रहा है क्योंकि सदियों से दोनों देशों के बीच व्यापार यहीं के बंदरगाह से होता आया है। साथ ही, यह मक्का का मुख्य रास्ता भी है। उमरा और हज के लिए आने वाले अधिकतर लोग जेद्दाह होते हुए ही मक्का जाते हैं।” राजदूत ने यह भी कहा, “हज एक बहुत ही अहम विषय है और भारत सरकार इसे काफी महत्व देती है। अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय इसकी व्यवस्था करता है… भारत और सऊदी सरकार के बीच हमेशा हज को लेकर अच्छा तालमेल रहा है।” भारत का हज कोटा 2014 में 1,36,020 था, जो अब बढ़कर 2025 में 1,75,025 हो गया है। इनमें से 1,22,518 यात्रियों के लिए व्यवस्थाएं तय हो चुकी हैं, लेकिन कॉम्बाइंड हज ग्रुप ऑपरेटर्स की ओर से अनुबंधों में देरी के कारण करीब 42,000 भारतीयों के इस बार हज पर जाने की संभावना नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी और सऊदी क्राउन प्रिंस मंगलवार को स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप काउंसिल की दूसरी बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे, जिसे मोदी के 2019 के सऊदी दौरे के दौरान भारत-सऊदी रिश्तों को और मज़बूत करने के लिए शुरू किया गया था। बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी उस फैक्ट्री का भी दौरा करेंगे जहां भारतीय कामगार काम कर रहे हैं। मोदी को 2016 में सऊदी अरब का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान भी मिल चुका है।