
सैफ अली खान हमले का मामला: एक के बाद एक नए अपडेट्स आ रहे हैं। बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले के मामले में पुलिस जांच में कई अहम जानकारी सामने आई हैं। पता चला है कि हमलावर, शरीफुल इस्लाम शहजाद, जो कि एक बांग्लादेशी नागरिक है, ने पश्चिम बंगाल की एक महिला का सिम कार्ड इस्तेमाल किया था। उस महिला ने दावा किया था कि उसका फोन खो गया था।हमले की घटना और गिरफ्तार आरोपी: तीन दिन पहले, बांग्लादेशी नागरिक शरीफुल इस्लाम ने सैफ अली खान के मुंबई स्थित अपार्टमेंट (सतगुरु शरण बिल्डिंग) में चोरी के इरादे से घुसने की कोशिश की थी। इस दौरान उसने सैफ अली खान पर चाकू से हमला कर दिया। सैफ ने हमलावर को रोकने की कोशिश की, जिसके बाद यह हमला हुआ। पुलिस ने शरीफुल को गिरफ्तार कर लिया और उसे 29 जनवरी तक हिरासत में लिया गया है। भारत में प्रवेश और पहचान:
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि शरीफुल इस्लाम अवैध रूप से बांग्लादेश से भारत में घुसा था। करीब सात महीने पहले, उसने मेघालय की दावकी नदी पार कर भारत में प्रवेश किया था। भारत आने के बाद उसने अलग-अलग नामों का इस्तेमाल किया, जैसे बिजॉय दास और विजस दास, और उन जगहों पर काम किया जहां किसी दस्तावेज़ की आवश्यकता नहीं थी।
सिम कार्ड का उपयोग: शरीफुल ने पश्चिम बंगाल की एक महिला, खुकुमोनी जहांगीर सेख का सिम कार्ड इस्तेमाल किया था। पुलिस को यह जानकारी उसके कॉल रिकॉर्ड्स से मिली, जिसमें वह ढाका (बांग्लादेश) के नंबरों पर कई कॉल कर रहा था। महिला ने पुलिस को बताया कि उसका फोन खो गया था, और पुलिस अब इस दावे की जांच कर रही है। पुलिस की कार्रवाई: मुंबई पुलिस की टीम अब पश्चिम बंगाल के नादिया और मुर्शिदाबाद जिलों में जांच कर रही है, जहां शरीफुल भारत आने के बाद रुका था। पुलिस उन सभी स्थानों की जांच करेगी जहां शरीफुल ने समय बिताया। आरोपी के कॉल रिकॉर्ड्स और उसके परिवार से मिले दस्तावेजों से यह साबित हो गया है कि वह बांग्लादेशी नागरिक है। पुलिस का बयान: पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उन्हें “100 प्रतिशत” यकीन है कि सैफ अली खान पर हमला शरीफुल इस्लाम ने ही किया था। हमले के दौरान वह हैकसॉ ब्लेड और चाकू से लैस था। आरोपी की कहानी: शरीफुल ने पुलिस को बताया कि वह बांग्लादेश में 12वीं तक पढ़ा और नौकरी की तलाश में भारत आया था। बंगाल में कुछ समय बिताने के बाद वह मुंबई पहुंचा, जहां उसने बिना दस्तावेज़ वाले कामों को चुना।