चीन में योग का जलवा: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर उमड़ा जनसैलाब, 1500 से ज़्यादा लोगों ने किया हिस्सा

चीन में योग का बढ़ता क्रेज़: बीजिंग से शंघाई तक
चीन में इस साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का जश्न देखते ही बनता था! बीजिंग से लेकर शंघाई तक, हज़ारों लोगों ने योगा मैट बिछाकर योग किया और इस दिन को खास बनाया।
बीजिंग में योग का धूम
बीजिंग के पुराने भारतीय दूतावास में हुए आयोजन में सैकड़ों चीनी नागरिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। भारतीय राजदूत श्री प्रदीप कुमार रावत जी और कई दूसरे राजनयिक भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इतनी भीड़ थी कि आयोजकों को रजिस्ट्रेशन ही बंद करने पड़े! 1500 से ज़्यादा लोगों ने पहले ही अपना नाम रजिस्टर करवा लिया था। योग प्रतियोगिता और अभ्यास सत्र ने सबको नई ऊर्जा से भर दिया। भारतीय योग शिक्षकों के मार्गदर्शन में हुआ ये कार्यक्रम, चीनी लोगों को असली योग का अनुभव कराने में कामयाब रहा।
शंघाई में योग का जादू
शंघाई में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने भी योग दिवस का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र के रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर श्री सिद्धार्थ चटर्जी मुख्य अतिथि थे। उन्होंने योग के महत्व और प्रधानमंत्री मोदी जी के योग अभियान की तारीफ़ की। उन्होंने बताया कि योग सिर्फ़ शरीर को ही स्वस्थ नहीं रखता, बल्कि मन को भी शांत रखता है और दुनिया में शांति फैलाने में मदद करता है।
भारत-चीन संबंधों में नई उम्मीद
हाल के वर्षों में सीमा विवादों के कारण भारत-चीन के रिश्ते तनावपूर्ण रहे हैं, लेकिन योग ने दोनों देशों के बीच एक सकारात्मक संबंध बनाने में मदद की है। पिछले साल प्रधानमंत्री मोदी जी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग जी की मुलाकात के बाद रिश्तों में थोड़ी सुधार हुआ है, और ऐसे कार्यक्रमों से ये रिश्ता और मज़बूत हो रहा है।
योग: चीन में एक लोकप्रिय फिटनेस गतिविधि
संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2014 में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित करने के बाद, चीन ने भी योग को आधिकारिक तौर पर एक फिटनेस गतिविधि के रूप में मान्यता दी है। अब योग सिर्फ़ व्यायाम नहीं, बल्कि लोगों की ज़िंदगी का एक अहम हिस्सा बनता जा रहा है।
योग: पीढ़ियों और संस्कृतियों को जोड़ता हुआ
भारतीय महावाणिज्य दूत श्री प्रतीक माथुर ने बताया कि भारत-चीन के कूटनीतिक संबंधों के 75वें वर्षगांठ पर ये आयोजन और भी खास बन गया। पूर्वी चीन के कई शहरों में भारतीय समुदाय, बहुराष्ट्रीय कंपनियों और बौद्ध संगठनों ने मिलकर कई कार्यक्रम आयोजित किए। यह साबित करता है कि योग सभी को जोड़ता है।
योग: सीमाओं से परे एक वैश्विक आंदोलन
चीन में इस योग दिवस ने साबित कर दिया कि योग अब एक वैश्विक आंदोलन बन चुका है। राजनीतिक तनाव के बावजूद, योग शांति और समझदारी का संदेश दे रहा है। भारतीय संस्कृति का यह अनमोल तोहफा चीन के लाखों लोगों के दिलों को छू रहा है।