दूर-दराज के गांवों के लोग बाजार में ही इलाज, में 01 लाख 38 हजार 664 लोग लाभान्वित…
सरकार द्वारा मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना के माध्यम से दूर-दराज के गांवों के लोग बाजार में ही इलाज करा सकेंगे और इलाज के लिए अस्पताल आने के लिए लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। हाट बाजार क्लीनिक योजना के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम बाजारों में जाकर ग्रामीणों को लक्षणों के आधार पर नि:शुल्क दवा दे रही है. हाट-बाजार क्लिनिक योजना के माध्यम से 01 अप्रैल 2022 से अब तक स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 2302 हाट-बाजारों में पहुंचकर 01 लाख 38 हजार 664 लोगों की जांच/उपचार किया. साथ ही 01 लाख 37 हजार 335 लोगों को नि:शुल्क दवा दी गई, टीम ने प्रत्येक हाट बाजार में औसतन 60 लोगों का इलाज किया। ज्ञात हो कि निर्धारित साप्ताहिक हाट-बाजारों में आसपास के गांवों से लोग दैनिक उपयोग की सामग्री खरीदने आते हैं. इसलिए सरकार ने बाजार के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना शुरू की है।
हाट-बाजारों में मोबाइल क्लिनिक एंबुलेंस का भी उपयोग किया जाता है ताकि स्वास्थ्य सेवाओं की आसान उपलब्धता हो सके और दूर-दराज के क्षेत्रों में उनकी पहुंच बढ़ाई जा सके। मोबाइल एंबुलेंस क्लिनिक के माध्यम से डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की टीम हाट-बाजारों में लोगों का इलाज करती है और मुफ्त में दवाइयां उपलब्ध कराती है. वर्तमान में 74 हाट-बाजारों में मोबाइल एंबुलेंस सेवा उपलब्ध करायी जा रही है तथा सभी हाट-बाजारों को चक्रीय आधार पर मोबाइल एंबुलेंस सेवा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. हाट-बाजारों में आने वाले ग्रामीणों को असंक्रामक रोगों की तत्काल सेवाएं मिल रही हैं और अन्य बीमारियों के इलाज के लिए उचित परामर्श दिया जा रहा है तथा आवश्यकतानुसार मरीजों को रेफर किया जा रहा है. मोबाइल एंबुलेंस चलता-फिरता अस्पताल बन गई है, जहां लोगों को डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की सेवाएं मुफ्त मिल रही हैं।