प्रदेश में सामाजिक और आर्थिक विकास के लिये प्रभावी नीतियों को आकार देने के लिये तथ्य आधारित सामाजिक और आर्थिक विकास पर आज से 3 दिवसीय सम्मेलन कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में शुरू हुआ। सम्मेलन का आयोजन अटल विहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान भोपाल द्वारा किया जा रहा है।
सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के प्रमुख सचिव श्री मुकेशचंद गुप्ता ने अपने उद्बोधन में कहा कि बदलते आर्थिक दौर में सांख्यिकी और आकड़ों का विशेष महत्व है। इसके लिये जरूरी है कि आकड़ों के संग्रहण की प्रक्रिया, तरीके और विधि को सही ठंग से समझा जाये।
योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग की आयुक्त श्रीमती शिल्पा गुप्ता ने कहा कि कल्याणकारी योजना की सफलता में वास्तविक तथ्य और योजना से जुड़े आकड़े महत्वपूर्ण भूमिका रखते हैं। इस सम्मेलन के आयोजन का मकसद सांख्यिकी से जुड़े कर्मियों में दक्षता को मजबूत करना है। राज्य सांख्यिकी आयोग के सदस्य प्रो. दीपक सेठिया ने बताया कि जिले में सांख्यिकी अधिकारी ग्राउंड लेवल के डाटा कलेक्ट करते हैं और उन्हें सिलसिलेवार संग्रहित करते हैं। इसके बाद इनका विश्लेषण कर रिपोर्ट तैयार की जाती है।
राज्य सांख्यिकी आयोग के अध्यक्ष श्री प्रवीण श्रीवास्तव ने बताया कि डाटा संग्रहण के दौरान सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। जिस क्षेत्र के आकड़े एकत्र किये जाते हैं, उनकी सामाजिक स्थिति और परिवेश को समझना बेहद जरूरी होता है।
सम्मेलन के इसी सत्र में जनगणना, उनके उचित विश्लेषण और अर्थव्यवस्था के प्रभाव पर पड़ने वाले प्रभाव का विश्लेषण होना जरूरी है। सम्मेलन में श्रीमती प्रीति दास ने यूनिसेफ इंडिया ने बच्चों के विकास को मुख्य धारा में लाने के लिये किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उप निदेशक श्री रणवीर ने संग्रहित आकड़ों के सेम्पल सर्वे के बारे में जानकारी दी।