
चीन ने सोमवार को कहा कि उसे फिलीपींस के पूर्व राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते से शरण लेने का कोई आवेदन नहीं मिला है। दुतेर्ते, जिन्हें बीजिंग का क़रीबी माना जाता है, हांगकांग की यात्रा के बाद गिरफ़्तार कर लिए गए थे। 11 मार्च को मनीला के मुख्य हवाई अड्डे पर दुतेर्ते को गिरफ़्तार कर लिया गया और फिर उन्हें हेग भेज दिया गया, जहां इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) में उनके ख़िलाफ़ गंभीर मानवाधिकार उल्लंघनों के आरोपों पर मुकदमा चलेगा। इन आरोपों में उनके कार्यकाल के दौरान ड्रग्स के ख़िलाफ़ अभियान में संदिग्ध ड्रग डीलरों के मारे जाने की मंज़ूरी देने के आरोप भी शामिल हैं। जब चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन से पूछा गया कि क्या दुतेर्ते ने गिरफ़्तारी से पहले चीन में शरण मांगी थी, तो उन्होंने मीडिया को बताया कि चीन को ऐसा कोई आवेदन नहीं मिला है।
गुओ ने कहा, “मैं खास तौर पर यह साफ़ करना चाहता हूँ कि दुतेर्ते की हांगकांग यात्रा एक निजी अवकाश यात्रा थी। हमें न तो उनके और न ही उनके परिवार की ओर से चीन में शरण लेने का कोई अनुरोध मिला है।” उन्होंने आगे कहा, “हम मीडिया से अनुरोध करते हैं कि तथाकथित ‘सूत्रों’ से मिली अपुष्ट और उद्देश्यपूर्ण खबरों पर आंख मूंदकर भरोसा न करें।” फिलीपींस की मीडिया ने पिछले हफ्ते रिपोर्ट किया था कि गिरफ़्तारी से पहले चीन ने दुतेर्ते की शरण की मांग को ख़ारिज कर दिया था। गिरफ़्तारी से पहले, 7 मार्च को दुतेर्ते अपनी बेटी और फिलीपींस की उपराष्ट्रपति सारा दुतेर्ते के साथ हांगकांग गए थे, जहां उन्होंने प्रवासी फिलीपीन नागरिकों के एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था।
संयुक्त राष्ट्र (UN) और फिलीपींस में बहुमत वाले रोमन कैथोलिक चर्च ने दुतेर्ते की नीतियों की आलोचना की है और इसे मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया है। फिलीपींस की मीडिया संस्था GMA न्यूज ऑनलाइन ने पिछले गुरुवार को रिपोर्ट किया था कि चीन ने दुतेर्ते की शरण की मांग को “अस्वीकार” कर दिया था। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि फ़िलीपींस की नेशनल पुलिस की आपराधिक जांच एजेंसी (CIDG) ने दुतेर्ते को हांगकांग में गिरफ़्तार करने की योजना बनाई थी, लेकिन हांगकांग पुलिस ने इंटरपोल के साथ सहयोग करने से इनकार कर दिया, क्योंकि चीन रोम संविधि (Rome Statute) का सदस्य नहीं है।
2016 से 2022 तक फ़िलीपींस के राष्ट्रपति रहे दुतेर्ते को चीन का समर्थक माना जाता था। उन्होंने बीजिंग से नज़दीकी संबंध बनाए, भले ही 2016 में एक अंतरराष्ट्रीय अदालत ने दक्षिण चीन सागर पर चीन के दावे को ख़ारिज कर दिया था और फ़िलीपींस के हक़ में फ़ैसला सुनाया था। चीन ने इस अदालत के फ़ैसले को मानने से इनकार कर दिया था। चीन लगभग पूरे दक्षिण चीन सागर पर दावा करता है, जबकि फ़िलीपींस, वियतनाम, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान भी इस क्षेत्र पर अपने-अपने दावे करते हैं। 2016 में बीजिंग यात्रा के दौरान, दुतेर्ते ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात के बाद अपने देश के अमेरिका के साथ करीबी रिश्तों को तोड़ने की घोषणा भी की थी।