क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट और प्रमोट करने पाकिस्तान में क्रिप्टो काउंसिल का गठन

पाकिस्तान ने लॉन्च की नेशनल क्रिप्टो काउंसिल, डिजिटल फाइनेंस में बढ़ाएगा कदम
इस्लामाबाद। पाकिस्तान सरकार ने आधिकारिक रूप से नेशनल क्रिप्टो काउंसिल (Pakistan Crypto Council – PCC) की शुरुआत कर दी है। इसका मकसद ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी और डिजिटल एसेट्स को देश की वित्तीय प्रणाली में शामिल करना और उन्हें रेगुलेट करना है। इस पहल की घोषणा बिलाल बिन साकिब को डिजिटल एसेट्स मैनेजमेंट के लिए वित्त मंत्री का मुख्य सलाहकार बनाए जाने के बाद की गई।
क्रिप्टो काउंसिल क्या करेगी?
यह काउंसिल पाकिस्तान में ब्लॉकचेन और क्रिप्टोकरेंसी को बढ़ावा देने, उन्हें नियंत्रित करने और आर्थिक ढांचे में एकीकृत करने का काम करेगी। शुक्रवार को वित्त विभाग ने इसे डिजिटल फाइनेंस को अपनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
कौन करेगा नेतृत्व?
इस काउंसिल का नेतृत्व पाकिस्तान के वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब करेंगे। इसके बोर्ड में स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के गवर्नर, सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ऑफ पाकिस्तान (SECP) के चेयरमैन, संघीय कानून सचिव और आईटी सचिव शामिल होंगे।
क्या है उद्देश्य?
काउंसिल का मकसद संतुलित नियमन, वित्तीय स्थिरता, कानूनी ढांचे और टेक्नोलॉजी के विकास के बीच सही तालमेल बैठाना है।
पाकिस्तान क्यों बढ़ा रहा है डिजिटल फाइनेंस की तरफ?
एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, लॉन्चिंग के दौरान वित्त मंत्री औरंगजेब ने कहा कि पाकिस्तान डिजिटल फाइनेंस सेक्टर में अग्रणी बनना चाहता है। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान क्रिप्टो काउंसिल की स्थापना नवाचार को अपनाने और ऐसा नियामक ढांचा तैयार करने के लिए की गई है जो निवेशकों और वित्तीय प्रणाली की सुरक्षा सुनिश्चित करे।”
भविष्य की योजनाएं
बिलाल बिन साकिब ने कहा कि काउंसिल का ध्यान सिर्फ नियमन पर नहीं बल्कि ऐसा माहौल बनाने पर भी है, जहां ब्लॉकचेन और डिजिटल फाइनेंस को बढ़ावा मिले।
क्रिप्टो काउंसिल के मुख्य लक्ष्य:
- क्रिप्टोकरेंसी को अपनाने के लिए स्पष्ट नियामक दिशानिर्देश बनाना।
- अंतरराष्ट्रीय क्रिप्टो और ब्लॉकचेन संगठनों के साथ सहयोग कर बेस्ट प्रैक्टिस अपनाना।
- जिम्मेदार नवाचार को बढ़ावा देना।
पाकिस्तान सरकार के इस कदम को डिजिटल फाइनेंस और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को अपनाने की दिशा में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है।