
वानुआतु ने ललित मोदी का पासपोर्ट रद्द करने का आदेश, प्रधानमंत्री बोले- ‘नागरिकता बचने का जरिया नहीं’
वानुआतु के प्रधानमंत्री जोथम नैपट ने सोमवार को देश की सिटिजनशिप कमिशन को पूर्व आईपीएल संस्थापक ललित मोदी का पासपोर्ट रद्द करने का निर्देश दिया। उनका कहना है कि मोदी वानुआतु की नागरिकता का इस्तेमाल अपने प्रत्यर्पण से बचने के लिए कर रहे थे।
ललित मोदी ने भारत का पासपोर्ट सरेंडर करने की अर्जी दी
ललित मोदी ने 7 मार्च को लंदन में भारतीय उच्चायोग में अपने भारतीय पासपोर्ट को सरेंडर करने के लिए आवेदन दिया था। वह 2010 में भारत छोड़कर लंदन में बस गए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित वानुआतु नामक द्वीप देश की नागरिकता ले ली थी।
वानुआतु सरकार का आधिकारिक बयान
वानुआतु सरकार की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया, “मैंने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय मीडिया में आई रिपोर्ट्स के बाद ललित मोदी को जारी किया गया वानुआतु पासपोर्ट रद्द करने के निर्देश दिए हैं।” प्रधानमंत्री नैपट ने आगे कहा, “पिछले 24 घंटों में मुझे जानकारी मिली है कि इंटरपोल ने दो बार भारतीय अधिकारियों के अनुरोध को खारिज कर दिया था, क्योंकि ललित मोदी के खिलाफ पर्याप्त न्यायिक सबूत नहीं थे। अगर इंटरपोल कोई नोटिस जारी करता, तो मोदी की नागरिकता का आवेदन खुद-ब-खुद रद्द हो जाता।”
‘नागरिकता कानूनी कारणों से दी जाती है, भागने के लिए नहीं’
बयान में यह भी कहा गया कि प्रधानमंत्री नैपट ने स्पष्ट किया है कि वानुआतु की नागरिकता लेना एक विशेषाधिकार है, कोई अधिकार नहीं। उन्होंने कहा, “जो लोग हमारी नागरिकता लेना चाहते हैं, उन्हें वैध कारणों से ऐसा करना चाहिए। किसी भी हाल में यह किसी देश के कानून से बचने या प्रत्यर्पण से भागने का जरिया नहीं बन सकता।” प्रधानमंत्री ने कहा कि ताजा तथ्यों से साफ पता चलता है कि मोदी ने नागरिकता सिर्फ प्रत्यर्पण से बचने के इरादे से ली थी, जो पूरी तरह गलत है।