
पहलगाम हमला: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद घाटी में सुरक्षा बलों ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। जवानों ने लश्कर-ए-तैयबा के एक बड़े आतंकी समेत छह आतंकियों के घरों को ढहा दिया है। शोपियां, कुलगाम, पुलवामा और अनंतनाग जैसे इलाकों में इन आतंकियों के घर थे, जो अब मलबे में बदल चुके हैं। आइए जानते हैं ये आतंकी कौन थे और कहां रहते थे। जिन आतंकियों के घर गिराए गए हैं, उनके नाम हैं — आदिल ठोकेर (अनंतनाग), शाहिद अहमद कुटी (शोपियां), हारिस अहमद (पुलवामा), आसिफ शेख (त्राल), एहसान उल हक (पहलगाम) और जाकिर अहमद गनई (कुलगाम)। इनमें सबसे बड़ा नाम आदिल ठोकेर का है, जिसने पहलगाम हमले में आतंकियों की मदद की थी। वहीं, शाहिद अहमद कुटी लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर था।
1. आदिल अहमद ठोकेर (अनंतनाग): आदिल अहमद ठोकेर पहलगाम हमले का मुख्य साजिशकर्ता बताया जा रहा है। इसी ने हमले में शामिल आतंकियों को मदद दी थी। आदिल 2018 में छात्र वीजा पर पाकिस्तान गया था और फिर 2024 में चोरी-छुपे भारत लौटा। वह अनंतनाग के बिजबेहरा के एक छोटे से गांव ‘गुरी’ का रहने वाला है। खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में रहते हुए आदिल ने आतंकी संगठनों से संपर्क साधा और एक आतंकी को भारत में घुसाने में मदद की। अक्टूबर 2024 में वह एलओसी पार कर पुंछ-राजौरी सेक्टर के रास्ते भारत में दाखिल हुआ था, वो भी तीन-चार लोगों के ग्रुप के साथ।
2. शाहिद अहमद कुटी (शोपियां): शाहिद अहमद कुटी शोपियां के चोटीपोरा गांव का रहने वाला था। उसका घर अब पूरी तरह मलबे में तब्दील कर दिया गया है। शाहिद लश्कर-ए-तैयबा का एक एक्टिव कमांडर था और पिछले तीन-चार सालों से आतंकी गतिविधियों में शामिल था। उसने देश विरोधी साजिशों में भी अहम रोल निभाया था।
3. जाकिर अहमद गनई (कुलगाम): जाकिर अहमद गनई कुलगाम के मुतलहामा गांव का रहने वाला था। उसका घर 25 अप्रैल को गिराया गया। जाकिर पर भी पहलगाम हमले से जुड़े होने का शक है। वह 2023 से आतंकी गतिविधियों में सक्रिय था।
4. आसिफ अहमद शेख (त्राल): आसिफ शेख दक्षिण कश्मीर के त्राल के मोंगाहम गांव का रहने वाला था। वह भी लश्कर का आतंकी था। उसका घर 24 अप्रैल की रात विस्फोटक लगाकर गिरा दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, उसके घर के अंदर भी विस्फोटक सामग्री छुपा कर रखी गई थी।
5. एहसान उल हक (पहलगाम): एहसान उल हक को पहलगाम हमले का संदिग्ध माना जा रहा है। वह पुलवामा के मुर्रान इलाके का रहने वाला है। उसका घर भी 25 अप्रैल की रात बम से उड़ाया गया। बताया जाता है कि एहसान 2018 में पाकिस्तान से आतंकी ट्रेनिंग लेकर वापस लौटा था और हाल ही में घाटी में सक्रिय हुआ था।
6. हारिस अहमद (पुलवामा): हारिस अहमद पुलवामा के काचीपोरा इलाके का रहने वाला था। वह भी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा था और 2023 से आतंकवाद में सक्रिय था।