
पीएम मोदी तीन दिवसीय फ्रांस दौरे पर, एआई समिट में लेंगे हिस्सा और बिजनेस लीडर्स से करेंगे बातचीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार से अपने तीन दिवसीय फ्रांस दौरे पर रहेंगे, जहां वे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ एआई एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता करेंगे। इसके अलावा, वे द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और व्यापार जगत के दिग्गजों को संबोधित करेंगे।
भारत-फ्रांस दोस्ती होगी और मजबूत
बुधवार को दोनों नेता मार्सिले स्थित मजर्ग वॉर सेमेट्री पहुंचेंगे, जो कॉमनवेल्थ वॉर ग्रेव्स कमिशन द्वारा बनाए रखी जाती है। यहां वे प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
अमेरिका यात्रा का अगला चरण
बुधवार को ही पीएम मोदी अपने दो देशों के दौरे के दूसरे चरण के तहत अमेरिका रवाना होंगे।
फ्रांस यात्रा से पहले विदेश मंत्रालय ने साझा किया खास वीडियो
प्रधानमंत्री की यात्रा से पहले, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भारत-फ्रांस संबंधों पर आधारित एक वीडियो साझा किया। उन्होंने लिखा, “पीएम नरेंद्र मोदी पेरिस में एआई एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता करेंगे। देखिए भारत-फ्रांस के विशेष रिश्ते की झलक।”
फ्रांस में पीएम मोदी का कार्यक्रम
यह पीएम मोदी की फ्रांस की छठी यात्रा होगी। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने 7 फरवरी को विशेष ब्रीफिंग में यात्रा का विस्तृत कार्यक्रम साझा किया था।
- सोमवार: पीएम मोदी पेरिस पहुंचेंगे और एलिसी पैलेस में राष्ट्रपति मैक्रों द्वारा आयोजित डिनर में शामिल होंगे। इस डिनर में टेक्नोलॉजी सेक्टर के कई बड़े सीईओ और एआई समिट के खास मेहमान भी मौजूद रहेंगे।
- 11 फरवरी: पीएम मोदी एआई एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता करेंगे, मैक्रों के साथ बैठक करेंगे और भारत-फ्रांस सीईओ फोरम को संबोधित करेंगे।
- मार्सिले में भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन: प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों मार्सिले में नए भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करेंगे।
- थर्मोन्यूक्लियर प्रोजेक्ट का दौरा: दोनों नेता फ्रांस के कडाराश में स्थित इंटरनेशनल थर्मोन्यूक्लियर एक्सपेरिमेंटल रिएक्टर (ITER) प्रोजेक्ट का दौरा करेंगे, जिसमें भारत भी शामिल है।
भारत-फ्रांस रिश्ते और होंगे मजबूत
पिछले साल, भारत और फ्रांस ने अपनी रणनीतिक साझेदारी के 25 साल पूरे किए थे। इस दौरान दोनों देशों ने रक्षा, सुरक्षा, अंतरिक्ष, व्यापार और परमाणु ऊर्जा समेत कई क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत किया। अब यह साझेदारी नवाचार, टेक्नोलॉजी, समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद-रोधी सहयोग, स्वास्थ्य, नवीकरणीय ऊर्जा और विकास सहयोग जैसे नए क्षेत्रों में भी आगे बढ़ रही है।