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प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका यात्रा की समाप्ति के बाद ली भारत की राह

श्रीलंका: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को भारत लौट आए। वो श्रीलंका के दौरे पर थे जहाँ उन्होंने राष्ट्रपति अनुर कुमार दिसानायके से लंबी और गहन बातचीत की और रक्षा, ऊर्जा और डिजिटल तकनीक जैसे क्षेत्रों में आपसी सहयोग बढ़ाने के लिए कई अहम समझौतों पर दस्तखत भी किए। इस पूरे दौरे को बेहद सफल और सकारात्मक माना जा रहा है। मोदी श्रीलंका की राजधानी कोलंबो थाईलैंड से पहुंचे थे, जहाँ उन्होंने बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में तकनीकी और आर्थिक सहयोग बढ़ाने वाले संगठन BIMSTEC के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “प्रधानमंत्री @narendramodi का श्रीलंका का एक बहुत ही फलदायक दौरा खत्म हुआ। वे अब भारत के लिए रवाना हो चुके हैं।” इस दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच एक रक्षा समझौता भी हुआ, जिससे अब रक्षा सहयोग को औपचारिक रूप दिया जाएगा। यह समझौता इस ओर इशारा करता है कि भारत और श्रीलंका के बीच सैन्य रिश्ते अब नए मुकाम की ओर बढ़ रहे हैं — और यह उस दौर से अलग है जब करीब 35 साल पहले भारत को अपनी पीस कीपिंग फोर्स (IPKF) श्रीलंका से वापस बुलानी पड़ी थी।

प्रधानमंत्री मोदी ने यह साफ तौर पर कहा कि भारत और श्रीलंका की सुरक्षा एक-दूसरे से जुड़ी हुई है और दोनों देश एक-दूसरे पर निर्भर हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि भारत हमेशा श्रीलंका की जनता के साथ खड़ा रहेगा। राष्ट्रपति दिसानायके ने भी कहा कि श्रीलंका कभी भी अपने देश की ज़मीन का इस्तेमाल भारत या क्षेत्रीय सुरक्षा के खिलाफ नहीं होने देगा। इस दौरे में दोनों देशों ने कुल सात अहम समझौतों को अंतिम रूप दिया। इनमें त्रिंकोमाली को एक ‘ऊर्जा केंद्र’ के रूप में विकसित करने का समझौता भी शामिल है, जिसमें संयुक्त अरब अमीरात भी साझेदार है। इसके अलावा बिजली ग्रिड को जोड़ने से जुड़ा समझौता भी हुआ। अन्य अहम समझौतों में डिजिटल तकनीकों के साझे इस्तेमाल और भारत की ओर से श्रीलंका के पूर्वी प्रांत के लिए कई क्षेत्रों में दी जाने वाली सहायता शामिल है। भारत ने श्रीलंका की आर्थिक मदद के तौर पर कर्ज पुनर्गठन से जुड़ा एक समझौता भी किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इससे श्रीलंका के लोगों को तुरंत राहत और मदद मिल सकेगी। मोदी और राष्ट्रपति दिसानायके ने संयुक्त रूप से सैंपुर सोलर पावर प्लांट और भारत की सहायता से बने कई अन्य प्रोजेक्ट्स का वर्चुअल उद्घाटन भी किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत के दौरान श्रीलंका में तमिल समुदाय की भावनाओं और उम्मीदों को पूरा करने की बात कही और वहां प्रांतीय परिषद चुनाव कराने की उम्मीद भी जताई। शनिवार को श्रीलंका सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘मित्र विभूषण’ प्रदान किया। यह सम्मान भारत और श्रीलंका के रिश्तों को मज़बूत करने में उनकी भूमिका के लिए दिया गया। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका के उत्तरी और पूर्वी इलाकों के तमिल नेताओं से भी मुलाकात की। सोशल मीडिया पर उन्होंने लिखा कि उन्होंने फिर से यह दोहराया कि भारत तमिल समुदाय को बराबरी, सम्मान और न्याय के साथ जीवन देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है — लेकिन एक एकजुट श्रीलंका के भीतर। प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष के नेता साजिथ प्रेमदासा से भी मुलाकात की और भारत-श्रीलंका रिश्तों को मज़बूत करने में उनके योगदान की सराहना की। कोलंबो में प्रधानमंत्री ने भारतीय शांति सेना (IPKF) स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और अनुराधापुरा के ऐतिहासिक शहर में जया श्री महा बोधि मंदिर जाकर श्रद्धा निवेदित की। अनुराधापुरा में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति दिसानायके ने मौजूदा माहो-ओमानथाई रेलवे लाइन के अपग्रेड प्रोजेक्ट का संयुक्त उद्घाटन भी किया।

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