
बांग्लादेश में उग्र प्रदर्शन, शेख हसीना की पार्टी के नेताओं के घरों और शेख मुजीब की मूर्तियों पर हमला
बांग्लादेश में शेख हसीना की आवामी लीग के नेताओं के घरों पर हमले और आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं। देश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की मूर्तियों को भी करीब दो दर्जन जिलों में तोड़कर नुकसान पहुंचाया गया है।
हसीना के संबोधन के बाद भड़की हिंसा
यह हिंसा तब भड़की जब शेख हसीना ने ऑनलाइन लाइव संबोधन दिया। शुक्रवार तड़के ढाका के बनानी इलाके में आवामी लीग के प्रेसिडियम सदस्य शेख सलीम के घर में आग लगा दी गई। रात 1:30 बजे आगजनी हुई, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था न होने के कारण दमकल कर्मी मौके पर 2:45 बजे पहुंचे।
आवामी लीग के कई नेताओं के घरों में आगजनी और हमले
गुरुवार को धनमंडी-32 में शेख मुजीब के आवास पर हमला होने के बाद शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों ने आवामी लीग के महासचिव ओबैदुल कादर के घर पर भी हमला कर उसे आग के हवाले कर दिया। नोहाखाली, राजशाही, पाबना, नारायणगंज, नर्सिंदी और बागेरहाट सहित कई अन्य जिलों में भी हिंसक घटनाएं सामने आई हैं, जहां आवामी लीग नेताओं के घरों, दफ्तरों और शेख मुजीब की मूर्तियों को तोड़ा गया। कुमिल्ला और नारायणगंज में प्रदर्शनकारियों ने बुलडोजर से शेख मुजीब की मूर्तियां ढहा दीं।
हसीना की आलोचना और प्रतिक्रिया
77 वर्षीय शेख हसीना, जो पिछले साल 5 अगस्त से भारत में निर्वासन में रह रही हैं, ने फेसबुक लाइव के जरिए इन हमलों की निंदा की। “वे इमारतों को गिरा सकते हैं, लेकिन इतिहास को नहीं मिटा सकते,” हसीना ने कहा। इस बीच, बांग्लादेश इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल (ICT) ने शेख हसीना और उनके पूर्व मंत्रियों, सैन्य अधिकारियों और सरकारी अधिकारियों के खिलाफ “मानवता के खिलाफ अपराध और नरसंहार” के आरोप में गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।