
दक्षिण पूर्व एशिया में भूकंप का कहर, बैंकॉक और म्यांमार में दहशत
शुक्रवार को दक्षिण पूर्व एशिया में दो जबरदस्त भूकंप आए, जिससे थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में इमारतें हिल गईं और शहरभर में अफरा-तफरी मच गई। म्यांमार में भी झटकों के कारण लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) और जर्मनी के जीएफजेड सेंटर फॉर जियोसाइंसेज के मुताबिक, यह भूकंप सतह से मात्र 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई पर आया, जिसका केंद्र म्यांमार में था। इसके 12 मिनट बाद एक और तेज झटका आया, जिसकी तीव्रता 6.4 मापी गई।
बैंकॉक में इमारतों को नुकसान, ऊंची इमारतों के पूल से गिरा पानी
बैंकॉक में ऊंची इमारतों की छत पर बने पूल के पानी के तेज लहरों में बह जाने और इमारतों से मलबा गिरने के दृश्य देखने को मिले। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें निर्माणाधीन अपार्टमेंट गिरता नजर आ रहा है। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। बैंकॉक पुलिस के मुताबिक, शहर में एक निर्माणाधीन ऊंची इमारत अचानक गिर गई, जब भूकंप का झटका 7.7 तीव्रता तक पहुंचा। अभी यह पता नहीं चल सका है कि इस हादसे में कोई घायल या हताहत हुआ है या नहीं।
घटनास्थल पर पुलिस और बचाव दल मौजूद
सोशल मीडिया पर शेयर हुए एक वीडियो में देखा जा सकता है कि एक ऊंची इमारत, जिसकी छत पर क्रेन लगी थी, अचानक गिर गई और धूल का बड़ा गुबार उठने लगा। मौके पर मौजूद लोग घबराकर भागने लगे। पुलिस का कहना है कि यह हादसा बैंकॉक के मशहूर चातुचक मार्केट के पास हुआ, जहां राहत और बचाव कार्य जारी है।एक अन्य वीडियो में एक ऊंची इमारत की छत से पूल का पानी नीचे गिरता नजर आ रहा है।
प्रधानमंत्री ने बुलाई आपात बैठक, लोग सड़कों पर आए
भूकंप के तुरंत बाद अलार्म बजने लगे और शहर के कई होटलों और अपार्टमेंट्स से लोगों को बाहर निकाला गया। दहशत के मारे लोग सड़कों पर जमा हो गए और दोपहर की तेज धूप से बचने के लिए छांव तलाशने लगे। थाईलैंड के आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि भूकंप के झटके पूरे देश में महसूस किए गए।
म्यांमार में भी नुकसान, धार्मिक स्थलों को क्षति
इस भूकंप का केंद्र म्यांमार के मोन्यवा शहर से करीब 50 किलोमीटर (30 मील) पूर्व में था। राजधानी नेपीडॉ में कई धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचा, जहां मंदिरों और स्तूपों के हिस्से गिर गए। कुछ घरों को भी नुकसान पहुंचा है। म्यांमार में फिलहाल गृहयुद्ध के हालात बने हुए हैं, जिससे भूकंप से हुए नुकसान की पूरी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है।