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आमिर खान के लिए एक फैन बॉय का प्यार भरा खत: ‘सितारे ज़मीन पर’ का सफर

सितारे ज़मीन पर: एक फैनबॉय का सपना साकार

2007 में ‘तारे ज़मीन पर’ ने सिर्फ एक फिल्म के तौर पर नहीं, बल्कि एक सपने के तौर पर आरएस प्रसन्ना के जीवन में दस्तक दी। आमिर खान को अवॉर्ड मिलते देखकर वो इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने खुद उसी फिल्म के सीक्वल, ‘सितारे ज़मीन पर’ का निर्देशन करने का फैसला कर लिया। ये फिल्म उनके लिए सिर्फ एक प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि अपने हीरो के प्रति एक फैन की अनकही भावनाओं का इज़हार है।

पहली मुलाकात: एक अधूरा सपना

‘कल्याण समयल साधम’ और ‘शुभ मंगल सावधान’ जैसी फिल्मों के निर्देशक प्रसन्ना, 2007 में फिल्म स्कूल में थे जब उन्होंने ‘तारे ज़मीन पर’ देखी। आमिर खान को अवॉर्ड लेते देखकर वो बेहद भावुक हो गए। वो उस इवेंट में मौजूद थे, लेकिन आमिर से मिल नहीं पाए। यह अधूरा सपना उनके दिल में हमेशा बना रहा।

सपनों की उड़ान: एक अविश्वसनीय मौका

जब प्रसन्ना ने आमिर खान को ‘सितारे ज़मीन पर’ का आइडिया दिया, तो उन्होंने अपनी उस पुरानी भावना को साझा किया। उन्होंने आमिर से कहा, “सर, आपने मुझे यकीन दिलाया कि सपने सच होते हैं। ये सपना तो मैंने कभी देखा भी नहीं था।” यह फिल्म उनके लिए एक भावुक श्रद्धांजलि बन गई, उनके आदर्श के प्रति उनके प्यार का प्रमाण।

आमिर के साथ पहला कनेक्शन: एक सपना हुआ हकीकत

‘शुभ मंगल सावधान’ के बाद आमिर खान ने प्रसन्ना से संपर्क किया। उनकी बातचीत शुरू हुई और जब प्रसन्ना ने अपनी अगली फिल्म की योजना बनाई, तो आमिर खान पहला विकल्प थे। प्रसन्ना को डर था कि आमिर मना कर सकते हैं, लेकिन आमिर ने हाँ कहकर उन्हें चौंका दिया।

फिल्म का नाम और खासियतें: एक नई शुरुआत

फिल्म का नाम ‘सितारे ज़मीन पर’ खुद आमिर खान ने सुझाया। यह फिल्म ‘तारे ज़मीन पर’ जैसी ही दिल को छू लेने वाली कहानी है, लेकिन नए किरदारों और कॉमेडी के साथ। इसमें आमिर खान के अलावा जेनेलिया देशमुख और दस नए कलाकार हैं, जो सभी विशेष क्षमताओं वाले हैं।

नए कलाकारों का अनुभव: एक अनोखा सफर

प्रसन्ना बताते हैं कि नए कलाकारों के साथ काम करना बहुत अच्छा रहा। उन्होंने कहा, “ये कलाकार अपनी असली भावनाओं के साथ आते हैं, जो फिल्म की खूबसूरती बढ़ाता है। हमने उन्हें एक सुरक्षित और खुला माहौल दिया।” इस फिल्म के लिए छह महीने से ज़्यादा एक्टिंग वर्कशॉप भी चलीं।

सिनेमा का जादू: कहानी और स्टार का महत्व

प्रसन्ना का मानना है कि अच्छी कहानी और जुनून ही सिनेमा का जादू है। चाहे फिल्म मसाला हो या भावुक, स्टार का अपना महत्व होता है। आमिर खान की फिल्में दर्शकों के लिए एक भरोसे का प्रतीक हैं।

रिलीज़ की तारीख: बेसब्री से इंतज़ार

‘सितारे ज़मीन पर’ 20 जून को रिलीज़ हो रही है। आमिर खान की वापसी का दर्शक बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं।

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