राष्ट्रीय हाथकरघा दिवस के अवसर पर संत रविदास म.प्र. हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम कार्यालय में वरिष्ठ बुनकरों को शाल-श्रीफल प्रदान कर आयुक्त सह प्रबंध संचालक श्रीमती सूफीया फारूकी वली ने सम्मानित किया। प्रबंध संचालक श्रीमती वली ने कहा कि स्वदेशी आंदोलन की स्मृतियों एवं तत्समय भारत को एकता के सूत्र में बांधते हुए आजादी को सुनिश्चित करने वालो स्मृति में वर्ष 2015 से राष्ट्रीय हाथकरघा दिवस प्रारंभ किया गया है। इसी श्रृखंला में 7 अगस्त को 9वां राष्ट्रीय हाथकरघा दिवस मनाया जा रहा हैं।
श्रीमती वेली ने कहा कि हाथकरघा के वस्त्रों को सामान्य जीवन में अपनाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। हाथकरघा दिवस को मनाने का उद्देश्य आर्थिक रूप से हाथकरघा के लघु एवं मध्यम उद्योग को मजबूत बनाना और इसे दुनिया में ब्रांड के तौर पर पेश करना है। हाथकरघा इको फ्रेंडली होने से कई लोगों की पहली पसंद हो गया है। हाथकरघा उद्योग हमारे आजीविका का महत्वपूर्ण स्त्रोत है।
निगम के हाथकरघा उत्पादन केन्द्र सीहोर, सारंगपुर, मंदसौर, महेश्वर तथा चंदेरी के बुनकरों को स्थानीय केन्द्रों पर भी सम्मानित किया गया।