
गुजरात विधानसभा में साइकिल वितरण पर हंगामा: कांग्रेस ने उठाए भ्रष्टाचार के सवाल, बीजेपी ने दी सफाई
गांधीनगर: गुरुवार को गुजरात विधानसभा में बीजेपी और कांग्रेस के बीच तीखी बहस छिड़ गई जब सरकार ने बताया कि पिछले दो सालों में करीब 1.45 लाख साइकिलें छात्राओं तक नहीं पहुंच पाईं। सरकार का कहना है कि भारी बारिश के कारण कई साइकिलें जंग लगने से खराब हो गईं, जिन्हें सुधारने में वक्त लगा। वहीं, कांग्रेस ने इसे घोटाला करार देते हुए कहा कि इस देरी की वजह से लाखों छात्राओं को पैदल स्कूल जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
1.45 लाख साइकिलें अब तक नहीं बंटी
राज्य के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने ‘सरस्वती साधना योजना’ से जुड़े सवालों के जवाब में विधानसभा को बताया कि दिसंबर 2024 तक 1.45 लाख साइकिलें वितरित नहीं की जा सकीं। राज्य के सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण विभाग ने लिखित जवाब में बताया कि जनवरी 2023 से जनवरी 2024 तक एक भी साइकिल नहीं बांटी गई, जबकि जनवरी 2024 से जनवरी 2025 के बीच सिर्फ 8,494 साइकिलें दी गईं। सरकार की इस योजना के तहत सरकारी स्कूलों में 9वीं कक्षा में दाखिला लेने वाली अनुसूचित जाति (SC) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) की छात्राओं को मुफ्त साइकिल दी जाती है।
“भारी बारिश से साइकिलें जंग खा गईं”
गृह मंत्री हर्ष संघवी ने बताया कि बीते पांच वर्षों में सरकार ने 7.93 लाख छात्राओं को साइकिलें वितरित की हैं। हालांकि, उन्होंने माना कि बारिश के चलते कई साइकिलें खराब हो गईं और उनके रखरखाव में वक्त लग गया। कांग्रेस विधायक इमरान खेडावाला के सवाल पर संघवी ने कहा कि साइकिलें खुले में रखी गई थीं क्योंकि लाखों साइकिलों को रखने के लिए गोदाम की व्यवस्था नहीं थी। “भारी बारिश के चलते कुछ साइकिलों में जंग लग गया था। हम छात्राओं को खराब साइकिल देने के बजाय उन्हें सही करवाना चाहते थे। इसलिए वेंडर से मरम्मत करवाने में समय लग गया,” संघवी ने सफाई दी।
कांग्रेस का आरोप- भ्रष्टाचार के कारण हुआ देरी
कांग्रेस विधायक शैलेश परमार ने कहा कि साइकिलों में जंग इसलिए लगी क्योंकि सरकार ने समय पर उन्हें वितरित नहीं किया। वहीं, कांग्रेस विधायक दल के नेता अमित चावड़ा ने सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि खराब गुणवत्ता वाली साइकिलें खरीदी गईं, जिससे दे