
भारतीय जनता पार्टी (BJP) : भारतीय जनता पार्टी (BJP) आने वाले दिनों में कई अहम राज्यों में अपने प्रदेश अध्यक्षों का चुनाव करने की तैयारी में है, ताकि नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव का रास्ता साफ किया जा सके। ये प्रक्रिया उम्मीद से ज़्यादा लंबी खिंच गई है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, पार्टी नेतृत्व चाहता है कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और कर्नाटक जैसे बड़े राज्यों में जल्द से जल्द नए अध्यक्ष बनाए जाएँ, ताकि पिछले साल सितंबर में शुरू हुई सदस्यता अभियान के साथ शुरू हुई संगठनात्मक कवायद को पूरा किया जा सके। भाजपा के संविधान के मुताबिक, पार्टी को राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले कम से कम आधे यानी 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया पूरी करनी होती है। पार्टी के पास कुल 37 संगठनात्मक राज्य हैं। जब पिछले साल सितंबर में सदस्यता अभियान शुरू हुआ था, तब ऐसा माना जा रहा था कि मौजूदा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा की जगह नए अध्यक्ष का चुनाव जनवरी-फरवरी तक हो जाएगा।
लेकिन कई बड़े राज्यों में अध्यक्षों के चयन में देरी हो गई है क्योंकि पार्टी हर जगह आम सहमति बनाकर ही नाम तय करना चाहती है, और अपनी विचारधारा से जुड़े संगठनों जैसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से भी बातचीत कर रही है। इसी वजह से पूरी प्रक्रिया कुछ हफ्तों तक खिंच गई। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में ऐसा माना जा रहा है कि पार्टी मौजूदा अध्यक्षों — भूपेंद्र सिंह और वीडी शर्मा — की जगह नए चेहरों को जिम्मेदारी दे सकती है, जबकि कर्नाटक में बी. वाई. विजयेंद्र को फिलहाल बने रहने दिया जाएगा। भूपेंद्र सिंह करीब तीन साल से प्रदेश अध्यक्ष हैं, वहीं वीडी शर्मा पांच साल से ज़्यादा समय से इस भूमिका में हैं। विजयेंद्र को नवंबर 2023 में कर्नाटक का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
गुजरात, ओडिशा और पंजाब जैसे कई और राज्य भी हैं जहाँ पार्टी को अभी नए अध्यक्ष नियुक्त करने हैं। हाल ही में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा में भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि पार्टी खुद को देश की सबसे बड़ी पार्टी बताती है, लेकिन अभी तक यह तय नहीं कर पाई कि उसका अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा। इस पर गृह मंत्री अमित शाह ने तुरंत जवाब देते हुए कहा, “कुछ पार्टियों में तो अध्यक्ष चुनने का काम सिर्फ एक ही परिवार के पाँच लोगों को करना होता है, इसलिए वहां ये काम जल्दी हो जाता है। लेकिन हमारी पार्टी में करोड़ों कार्यकर्ता हैं और प्रक्रिया के तहत चुनाव होता है, इसलिए थोड़ा समय लगता है।”