बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) ने बुधवार को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की चुनावी तैयारियों पर मंथन किया. बैठक में पार्टी की केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के प्रभाव पर भी चर्चा की गई. बैठक के नतीजों के बारे में सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ में पार्टी 50 फीसदी सीटों पर नए चेहरे उतार सकती है. सूत्रों ने बताया कि बैठक में दोनों राज्यों के नेतृत्व ने अपना फीडबैक दिया.
कमजोर सीटों पर फोकस
सीईसी की बैठक आम तौर पर चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद होती है। इतनी जल्दी इस बैठक का आयोजन यह दर्शाता है कि इन राज्यों में विधानसभा चुनाव बीजेपी के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी के राज्य नेतृत्व से कमजोर सीटों पर ध्यान केंद्रित करने और विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों के साथ संवाद बनाए रखने को कहा. सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त करने के लिए राज्य के सभी नेताओं को एकजुट होकर काम करने को कहा गया। बैठक में पहले छत्तीसगढ़ और फिर मध्य प्रदेश पर चर्चा हुई. छत्तीसगढ़ को लेकर हुई बैठक में राज्य की 90 में से 27 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा हुई.
पांच सीटों पर चर्चा
सूत्रों ने कहा कि पार्टी ने बेहतर योजना के लिए राज्य में सीटों को चार श्रेणियों ए, बी, सी और डी में विभाजित किया है। ए श्रेणी में वे सीटें शामिल हैं जो भाजपा ने पिछले चुनावों में हर बार जीती हैं। बी श्रेणी में मिश्रित परिणाम वाली सीटें हैं। सी श्रेणी में वे सीटें शामिल हैं जहां भाजपा कमजोर है। डी श्रेणी में ऐसी सीटें हैं जिन पर भाजपा कभी नहीं जीती है। बैठक में बी और सी कैटेगरी की 22 और डी कैटेगरी की पांच सीटों पर चर्चा हुई.
बैठक करीब डेढ़ घंटे तक चली
छत्तीसगढ़ को लेकर बैठक करीब दो घंटे तक चली. मध्य प्रदेश को लेकर बैठक करीब डेढ़ घंटे तक चली. सूत्रों के मुताबिक बैठक में सरकारी योजनाओं का प्रभाव अधिकतम करने के तरीकों पर चर्चा हुई. इसके साथ ही मध्य प्रदेश और प्रदेश की कमजोर सीटों के लिए पार्टी के आंतरिक सर्वे पर भी चर्चा हुई. बता दें कि इस साल के अंत में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं। इनमें से सिर्फ मध्य प्रदेश में बीजेपी सत्ता में है.
प्रधानमंत्री मोदी के अलावा पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, छत्तीसगढ़ चुनाव प्रभारी ओम प्रकाश माथुर, सह-प्रभारी मनसुख मंडाविया, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, छत्तीसगढ़ बीजेपी अध्यक्ष अरुण साव, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मध्य प्रदेश प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा समेत अन्य नेता मौजूद रहे. बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सीईसी के अन्य सदस्य भी मौजूद थे.