‘विधानसभा घेराव’ के दौरान हिंसा न हो, कांग्रेस अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं से की शांति की अपील

ओडिशा कांग्रेस का विधानसभा घेराव: कार्यकर्ताओं से शांति बनाए रखने की अपील, प्रशासन पर दबाव ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (ओपीसीसी) के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने गुरुवार को ‘विधानसभा घेराव’ कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ताओं से शांति बनाए रखने की अपील की, भले ही उन्हें पुलिस हिरासत में लिया जाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस महिला अपराधों की जांच के लिए हाउस कमेटी के गठन की मांग को लेकर विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करेगी, लेकिन पार्टी कार्यकर्ता परिसर के अंदर नहीं जाएंगे। दास ने वीडियो संदेश में दावा किया कि राज्य के विभिन्न जिलों से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भुवनेश्वर आने से रोका जा रहा है। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि पार्टी कार्यकर्ताओं को “गैरकानूनी” तरीके से हिरासत में न लिया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसा किया गया तो जिलों में तनाव बढ़ सकता है, जिसकी जिम्मेदारी कांग्रेस की नहीं होगी। सरकार की आशंकाओं को दूर करते हुए दास ने कहा, “हम सिर्फ विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करेंगे और महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जांच के लिए हाउस कमेटी की मांग करेंगे, लेकिन हमारे कार्यकर्ता परिसर में प्रवेश नहीं करेंगे।”
पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी है और यातायात प्रतिबंध लागू किए हैं। कांग्रेस का आरोप है कि भुवनेश्वर समेत अन्य जिलों में कई नेताओं को एहतियातन हिरासत में लिया गया है। ओडिशा मामलों के एआईसीसी प्रभारी अजय कुमार लल्लू ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को रोका जा रहा है और गिरफ्तारियां की जा रही हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा, “लेकिन वे सभी को हिरासत में नहीं ले सकते।” भुवनेश्वर के डीसीपी जगमोहन मीना ने कहा, “विधानसभा की ओर जाने वाले सभी मार्गों पर 80 प्लाटून पुलिस बल तैनात किए गए हैं, जिनमें 10 प्लाटून महिला पुलिसकर्मियों की भी शामिल हैं। इसके अलावा, दंगों से निपटने के लिए ओडिशा स्विफ्ट एक्शन फोर्स भी तैनात की गई है। अगर कोई कानून तोड़ता है, तो कार्रवाई की जाएगी।” (एक प्लाटून में 30 जवान होते हैं, यानी करीब 2,400 जवान तैनात किए गए हैं।) कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार, इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व भक्त चरण दास करेंगे, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता, विधायक और कार्यकर्ता शामिल होंगे। कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर छोटे-छोटे जुलूस निकाल रहे हैं, ढोल बजा रहे हैं और तख्तियां लेकर नारेबाजी कर रहे हैं।