
कांग्रेस ने ईडी छापों को बताया साजिश, कहा- सुर्खियां बदलने की कोशिश
कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया कि पूर्व छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी महज एक “साजिश” है, जिसका मकसद संसद के बजट सत्र के दौरान सुर्खियां बदलना और विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवालों से ध्यान भटकाना है। भूपेश बघेल के कार्यालय ने उनके X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर लिखा कि यह “झूठा मामला” पिछले सात सालों से चल रहा है। बघेल ने यह भी कहा कि पंजाब में कांग्रेस को कोई रोक नहीं सकता, जहां हाल ही में उन्हें पार्टी मामलों का प्रभारी बनाया गया है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, “जब पिछले सात सालों से चल रहा झूठा मामला कोर्ट में खारिज हो गया, तो आज सुबह ईडी के मेहमान पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल के भिलाई स्थित आवास पर पहुंच गए। अगर कोई इस साजिश के जरिए पंजाब में कांग्रेस को रोकने की कोशिश कर रहा है, तो यह उसकी गलतफहमी है।”
‘सरकार को घेरने से रोकने की कोशिश’
कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने एक वीडियो बयान में कहा कि ये छापे सिर्फ “हेडलाइंस मैनेजमेंट” का हिस्सा हैं, ताकि सरकार को संसद में घेरने से रोका जा सके। “आज जब संसद सत्र शुरू हो रहा है और भाजपा चारों तरफ से घिरी हुई है, तो उसने वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेश बघेल जी के घर पर ईडी की रेड करवा दी। इसका मकसद सिर्फ देश का ध्यान असली मुद्दों—बढ़ती महंगाई, गिरती अर्थव्यवस्था, वोटर लिस्ट में गड़बड़ी—से हटाना है,” खेड़ा ने आरोप लगाया। उन्होंने आगे कहा, “भाजपा को समझना चाहिए कि न तो वह कांग्रेस को रोक सकती है और न ही हमारे नेताओं को। हम डरे नहीं हैं, न ही डरेंगे।”
ईडी की कार्रवाई पर कांग्रेस ने उठाए सवाल
खेड़ा ने अपने बयान में कहा कि किसी को यह भी नहीं पता कि आखिर भूपेश बघेल के खिलाफ यह ईडी रेड क्यों की गई। उन्होंने दावा किया कि कुछ दिनों पहले कोर्ट ने बघेल के खिलाफ मामला खारिज कर दिया था, ऐसे में अब उनके खिलाफ कोई मामला बचा ही नहीं है। “यह हो सकता है कि यह साजिश सिर्फ सुर्खियां बदलने के लिए हो। यह भी संभव है कि भूपेश बघेल पंजाब में सक्रिय हो चुके हैं और वहां कांग्रेस को मजबूत कर रहे हैं, इसलिए उन्हें परेशान करने