
तहव्वुर राणा: मुंबई हमले के आरोपी को भारत लाने का रास्ता साफ मुंबई में 2008 के आतंकवादी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत लाने का रास्ता अब साफ हो गया है। अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। कोर्ट ने राणा की दोषसिद्धि के खिलाफ दायर समीक्षा याचिका को खारिज कर दिया, जिससे यह तय हो गया कि अब उसे भारत भेजा जाएगा। तहव्वुर राणा, जो पाकिस्तानी मूल का कनाडाई व्यवसायी है, पर आरोप है कि उसने 26/11 के मुंबई हमले में अहम भूमिका निभाई थी। भारत लंबे समय से राणा के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा था।
तहव्वुर राणा: 26/11 हमले का मोस्ट वांटेड
मुंबई हमले के मामले में तहव्वुर राणा मोस्ट वांटेड है। निचली अदालतों में केस हारने के बाद राणा ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में अपने प्रत्यर्पण के खिलाफ याचिका दायर की थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने 13 नवंबर 2024 को उसकी याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया। यह राणा के लिए आखिरी कानूनी मौका था। अमेरिकी सॉलिसिटर जनरल एलिजाबेथ बी प्रीलोगर ने 16 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट से राणा की याचिका खारिज करने का आग्रह किया था। राणा के वकील जोशुआ एल ड्रेटल ने 23 दिसंबर को अमेरिकी सरकार की सिफारिश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट से याचिका स्वीकार करने की अपील की, लेकिन इसे खारिज कर दिया गया।
तहव्वुर राणा फिलहाल कहां है?
फिलहाल, तहव्वुर राणा को लॉस एंजेलिस के मेट्रोपॉलिटन डिटेंशन सेंटर में हिरासत में रखा गया है। वह पाकिस्तानी-अमेरिकी लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली से जुड़ा हुआ है, जिसे मुंबई हमले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक माना जाता है। तहव्वुर राणा के भारत लाए जाने से 26/11 हमले से जुड़े कई अहम खुलासे होने की उम्मीद है।