जाने किस देश मे गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड को साथ रहने पर मिलती है सजा! सिर्फ रोनाल्डो के ऊपर नियम लागू नहीं होगा

सऊदी अरब में महिलाओं को वोट डालने और गाड़ी चलाने जैसे मूलभूत अधिकार अभी कुछ साल पहले ही मिले हैं। हाल ही में सऊदी अरब ने महिलाओं को बड़ी राहत देते हुए उन्हें बिना ‘मेहरम’ या पुरुष साथी के बिना हज या उमराह करने की छूट दे दी थी।
कड़े प्रतिबंधों वाला देश सऊदी अरब अब उदार होता जा रहा है। यहां महिलाओं से जुड़े कई नियमों में बदलाव किए जा रहे हैं ताकि दुनिया की नजरों में सऊदी अरब ‘खुले विचारों वाले मुल्क’ के रूप में जाना जाए। हाल ही में मशहूर फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो को लेकर सऊदी अरब का एक कानून चर्चा में है। सऊदी अरब क्लब अल नासर से जुड़ने के बाद रोनाल्डो और उनकी गर्लफ्रेंड जॉर्जीना के देश में रहने को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। दरअसल खाड़ी देश का कानून इसकी इजाजत नहीं देता है तो आइए जानते हैं कि सऊदी अरब में अविवाहित जोड़ों के साथ रहने को लेकर क्या नियम हैं।

सऊदी अरब में बिना शादी एक कमरे में रहना या एक छत के नीचे रहना जुर्म है। किसी भी आम सऊदी नागरिक को ऐसा करने पर कठोर सजा दी जाती है। हालांकि मीडिया से बात करते हुए सऊदी वकीलों ने कहा कि नियमों में छूट इसलिए दी जा रही है क्योंकि कानून अब पहले जैसी सख्ती से लागू नहीं किए जाते हैं। वकीलों ने कहा कि देश में अब जोड़ों को अक्सर बिना शादी साथ रहने की छूट दे दी जाती है।
हालांकि आपराधिक गतिविधियों में लिप्त या संदिग्ध पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। साल 2019 में सऊदी अरब ने एक बड़े नियम में बदलाव किया था। तब अविवाहित विदेशी जोड़ों को होटल में कमरा लेकर साथ रहने अनुमति दी गई थी। सऊदी सरकार ने नए वीजा नियमों की घोषणा की थी।
पर्यटकों को लुभाने के लिए बदल रहा नियम
इससे पहले तक सऊदी अरब आने वाले कपल्स को शादीशुदा होने का सबूत देना पड़ता था। माना जाता है कि सऊदी अरब पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई साल इस तरह के बदलाव कर रहा है। खाड़ी देश की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा तेल और पर्यटन पर निर्भर है।