
राजद नेता तेजस्वी यादव ने लोगों से अपील की है कि वे उन्हें बिहार का मुख्यमंत्री बनाएं। उन्होंने नीतीश कुमार की सरकार की तुलना एक 20 साल पुरानी ‘खटारा गाड़ी’ से की, जिसे अब बदलने की ज़रूरत है। मंगलवार को ‘मुसहर-भुइयां’ समुदाय के सम्मेलन में बोलते हुए तेजस्वी ने कहा कि अब युवाओं को मौका मिलना चाहिए। तेजस्वी यादव ने कहा, “जो भी मुसहर-भुइयां समुदाय के लोग इस वक्त सड़कों के किनारे, रैन बसेरों या झुग्गियों में रह रहे हैं, उन्हें हमारी सरकार बनने के बाद सीधा फायदा मिलेगा। जब राजद की अगुवाई में महागठबंधन की सरकार बनेगी और आप सबका आशीर्वाद मिला तो मैं मुख्यमंत्री बनूंगा।” उन्होंने कहा, “अगर आप लोग इस बेटे को मुख्यमंत्री बना देंगे, तो ये आपकी गरीबी मिटाने का काम करेगा। हर परिवार को पक्का घर मिलेगा। इस मिशन को पूरा करने के लिए मुझे आप सबका साथ और प्यार चाहिए।” तेजस्वी, जो पिछले विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार थे, उन्होंने अपने पिता लालू प्रसाद की सरकार और नीतीश कुमार की सरकार की तुलना करते हुए कहा कि आज की सरकार गरीबों के लिए न तो संवेदनशील है और न ही उनके हक़ में काम करती है।
तेजस्वी बोले, “हमारी सरकार बनने के बाद हम राज्य में उन लोगों के लिए काम करेंगे जो वंचित हैं, जिन्हें नजरअंदाज किया गया है, जो दबे-कुचले हैं, दलित हैं और सबसे पिछड़े वर्ग से आते हैं।” उन्होंने ये भी कहा, “जब लालू जी के नेतृत्व में हमारी सरकार थी, तब समाज के हाशिये पर खड़े लोगों को सम्मान और इंसाफ के साथ मुख्यधारा में लाया गया। जबकि बीजेपी और आरएसएस के नेता कभी एससी/एसटी और दलितों के लिए काम नहीं करते। नीतीश कुमार की सरकार अब एक ‘खटारा गाड़ी’ बन गई है, जो बीस साल पुरानी है। अब इसे बदलने का वक्त आ गया है। अब नौजवानों को मौका मिलना चाहिए।” तेजस्वी यादव ने केंद्र की भाजपा सरकार पर भी निशाना साधा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चुनाव से पहले झूठे वादे करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “हर चुनाव से पहले ये लोग कहते हैं कि बिहार को देश का नंबर वन राज्य बना देंगे। प्रधानमंत्री मोदी को दस साल से ज्यादा हो गए सत्ता में, लेकिन सच्चाई ये है कि बीजेपी-नीतीश की जोड़ी ने बिहार को देश का सबसे पिछड़ा राज्य बना दिया है।” बता दें कि मुसहर-भुइयां समुदाय के वोट कई सीटों पर निर्णायक भूमिका निभाते हैं। 2023 में हुई जातिगत जनगणना के मुताबिक, राज्य की कुल आबादी में इस समुदाय की जनसंख्या 40.357 लाख है, जो कि 3.087 फीसदी है